रायपुर 6 दिसंबर 2020। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज बालोद दौरे पर हैं। बालोद दौरे से पहले पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा की केंद्र सरकार और छत्तीसगढ़ बीजेपी पर भी कई मुद्दों पर घेरा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी सरकार जीएसटी की राशि राज्यों को क्यों नहीं दे रही है, जबकि कानून में राज्यांश देने की बात कही गयी है। अब जबकि राज्य पैसे की मांग करती है, तो राज्यों को ऋण लेने को कहा जाता है। उन्होंने इस दौरान पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को भी उस बयान पर आड़े हाथों लिया, जिसमें उनहोंने भूपेश सरकार को राम मंदिर के लिए 101 करोड़ रुपये दान को कहा था। मुख्यमंत्री ने इस बयान के लिए बीजेपी पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि …
भाजपा ने राम मंदिर के नाम पर धंधा बना लिया है क्या ? बीजेपी को तो सबसे पहले उस पैसे का हिसाब देना चाहिये जो 1992 में शिलापूजन के वक्त पूरे देश और छत्तीसगढ़ से करोड़ों रुपये चंदे के रूप में जमा किया था। कितना पैसा जमा किया गया था, कितनी ईंटे आयी थी, समान आया था, कितना पैसा कहां खर्च किया गया, ये बताना चाहिये”
मुख्यमंत्री ने भगवान राम को लेकर ही पूछे गये एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए कहा कि… भगवान राम कभी बीजेपी की आईडोलॉजी नहीं रही..उन्होंने कहा कि ….
भाजपा की आइडोलॉजी कभी भी भगवान राम की नहीं है, राम का तो नाम हमारे गांधीजी ने लिया, जब उन्हें गोली मारी गयी तो उन्होंने कहा था हे राम, भाजपा के लिए सिर्फ और सिर्फ राजनीति का साधन है। भाजपा की स्थिति आडवाणी की रथयात्रा के पहले क्या थी, भाजपा ने राम का नाम सिर्फ राजनीति के लिए इस्तेमाल किया है। भाजपा हिंदुओं के नाम पर चुनाव जीतती है, उन्होंने हिंदूओं के लिए क्या काम किया है, उनके लिए हिंदू कौन है…क्या किसान हिंदू नहीं है, क्या बुनकर हिंदू नहीं है, क्या व्यापारी हिंदू नहीं है…उन्होंने किसके लिये क्या किया है, रमन सिंह 15 साल सरकार में रहे राम वन गमन पथ क्यों नहीं बनवाया”