सांस ज्यादा फूलता है तो इन घरेलू नुस्खो से करें उपचार, जाने सही तरीका….

सीढ़ियां चढ़ते, मेहनत का काम करने या फिर दौड़ने-भागने में सांस फूलना आम बात है। लेकिन किसी भी तरह की मेहनत किए बिना, भागे-दौड़े बिना अगर आपका सांस फूलता है तो ये एक मेडिकल कंडीशन है जिसका ट्रीटमेंट होना जरूरी है। सांस फूलने का सबसे बड़ा कारण बॉडी को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाना जिसकी वजह से फेफड़ों पर दबाव पड़ता है और फेफड़े ऑक्सीजन पाने के लिए सांस लेने की गति को बढ़ा देते हैं। सांसों की गति के बढ़ने को हम सांस फूलना कहते हैं। यदि समय रहते सांस फूलने पर ध्यान नहीं दिया गया तो इस के परिणाम जानलेवा हो सकते हैं।

सांस फूलने के कारण: कोरोना की वजह से सांस का फूलना चिंता और घबराहट, दमा, सीओपीडी पल्मोनरी एम्बोलिस्म, पसलियों में परेशानी अपने दिल के चारों ओर अतिरिक्त फ्लुइड चोकिंग, दिल का दौरा एलर्जी, मोटापा, धूम्रपान, प्रदूषण, ज्यादा ठंड, एंजाइटी, अस्थमा, हार्ट की समस्या, कैंसर, टीवी और एनीमिया

आप जानते हैं कि सांस फूलने की बीमारी का इलाज आप घरेलू उपायों से भी कर सकते हैं। इन देसी नुस्खो के कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। चलिए जानते हैं क्या हैं वो घरेलू उपाय जिनसे आप सांस की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

सीढ़ी चढ़ते समय या चलने फिरने से सांस फूल रहा है तो सबसे पहले सांस लेने का क्रम ठीक कीजिए। नाक से गहरी सांस लें और होंठों से सीटी बजाते हुए सांस को बाहर छोड़। कॉफी आपके सांस फूलने की परेशानी को दूर कर सकती है। अगर सांस ज्यादा फूल रहा है तो कॉफी और गर्म पानी पीए। कॉफी अस्थमा के अटैक में तुरंत आराम देती है। कॉफी श्वास नलिकाओं में रुकी हुई हवा को तुरंत खोल देती है। सांस फूलने से परेशान है तो यूकेलिप्टस का तेल इस्तेमाल करें। इस तेल को सूंघने या पानी में डालकर भाप लेने से आपको तुरंत आराम पड़ता है। ये तेल सांस फूलने से राहत दिलाएगा।

सांस फूलता है तो डाइट में ऑयली, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की चीजों का सेवन कम करें। ताज़े फ़ल, सब्जियां और अंकुरित अनाज का इस्तेमाल करें। तुलसी सांस के रोग में भी फायदेमंद है तुलसी के पत्तों का रस शहद में डालकर पीने से आराम मिलता है। अदरक चबाने या गर्म पानी में डालकर पीने से श्वांस नलिका में संक्रमण खत्म हो जाता है। सांस के मरीजों को चाहिए कि पानी में शहद डालकर भाप लें। पानी में शहद डालकर भांप लेने आराम मिलेगा। गुनगुने पानी में शहद डालकर पीने से जमा बलगम भी निकल जाता है। अगर सांस ज्यादा फूलती है तो एसी कूलर के सामने से हट जाएं। खुली जगह जाकर गहरी सांस लें। गर्म पानी से नहा भी सकते हैं। अगर वज़न ज्यादा है तो उसे कंट्रोल करें।

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