नई दिल्ली: कर्नाटक में राज्य ब्राह्मण विकास बोर्ड की तरफ से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) की दुल्हनों के लिए 2 नई योजनाओं को शुरू किया गया है. इन योजनाओं को अरुंधति और मैत्रैयी नाम दिया गया है. इस बोर्ड का गठन पिछले साल बीएस येदियुरप्पा की सरकार द्वारा किया गया था. इस योजना (अरुंधति) के तहत ब्राह्मण दुल्हनों को 25,000 रुपये की राशि प्रदान की जाएगी. वहीं दूसरी योजना मैत्रेयी के तहत अगर कोई ब्राह्मण महिला पुजारी से शादी करती है तो उसे 3 लाख रुपये दिए जाएंगे.
बोर्ड अध्यक्ष और भाजपा नेता एचएस सचिदानंद मूर्ति ने बताया कि योजना अरुंधति और मैत्रेयी के लिए अलग अलग फंडों की व्यवस्था की गई है. इस योजना को लॉन्च करने की अनुमति हमने प्राप्त कर ली है. उन्होंने कहा कि यह कमजोर आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लोगों की सहायता के लिए हमारा किया जा रहा प्रयास है. मूर्ति ने कहा कि योजना के पैसे तीन किश्तों में लोगों खातों में जमा किए जाएंगे. अगर शादी 4 साल तक चलती है तो चौथे साल में किश्त के पैसों में ब्याज भी जोड़कर लाभार्थियों को दिया जाएगा
इस योजना का लाभ केवल उन लोगों को मिलेगा जिनके पास 5 एकड तक की भूमि होगी. इससे अधिक कृषि भूमि लाभार्थी के पास नहीं होनी चाहिए, इसे प्रमाणित करने का काम भी लाभार्थी का ही होगा. वहीं आवेदनकर्ता के पास 1000 वर्गफुट से अधिक का आवासीय फ्लैट नहीं होना चाहिए या फिर लाभार्थी के परिवार की आय सालाना 8 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए