पुलिस की रेड में लगा वेश्वावृत्ति का आरोप, फिर हौसले और हिम्मत से बनी ‘अपराजिता’

बचपन से ही फिल्मों में काम कर रहीं अभिनेत्री श्वेता बसु प्रसाद ने अपने लगभग 20 साल के करियर में बहुत उतार-चढ़ाव देखे हैं। यहां बात उनके सिर्फ करियर की नहीं, बल्कि जिंदगी की भी रही। वेश्यावृत्ति के कथित मामले में पकड़े जाने के बाद तो शायद ही किसी युवती की जिंदगी संभल पाई हो लेकिन लेकिन, यहां भी इस मशहूर अभिनेत्री ने हौसले से काम लिया और अपनी हिम्मत से नया जीवन शुरू किया। आज श्वेता मनोरंजन जगत की चर्चित अभिनेत्रियों में शुमार होती हैं। 11 जनवरी 1991 में उस समय बिहार का हिस्सा रहे जमशेदपुर में जन्मी श्वेता बचपन में ही परिवार के साथ मुंबई रहने चली आईं। उन्होंने यहीं पर रह कर अपनी पढ़ाई लिखाई की और एक पत्रकार की डिग्री पाकर एक प्रतिष्ठित अखबार में लिखना भी शुरू किया।

शुरुआत से ही श्वेता का मन कला में खूब लगता था इसलिए उन्होंने बचपन से ही फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया। श्वेता ने अपना काम तो शुरू टीवी से किया लेकिन जल्द ही वह फिल्मों की ओर मुड़ गईं। सबसे पहले उन्होंने काम किया शाहरुख खान की कॉमेडी थ्रिलर फिल्म ‘फिर भी दिल है हिंदुस्तानी’ में। हालांकि, यहां उनके नाम की कोई चर्चा नहीं हुई। श्वेता को पहचान मिली विशाल भारद्वाज की हॉरर कॉमेडी फिल्म ‘मकड़ी’ से यहां उन्होंने चुन्नी और मुन्नी का किरदार निभाया। उस समय श्वेता बहुत छोटी थीं और इतनी कम उम्र में इतना बढ़िया अभिनय करके उन्होंने सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार के रूप में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी पा लिया।

इसके बाद तो श्वेता के पास काम की कोई कमी नहीं थी। उस समय उन्हें ‘कहानी घर घर की’, ‘करिश्मा का करिश्मा’ जैसे कई धारावाहिकों में देखा गया। तारीफों ने श्वेता का दरवाजा बहुत ही जल्द फिर से खटखटाया जब 2005 में नागेश कुकुनूर की फिल्म ‘इकबाल’ रिलीज हुई। इस फिल्म में खदीजा का किरदार निभाकर श्वेता बहुत मशहूर हुईं और उन्हें पांचवें कराची अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के पुरस्कार से नवाजा गया।

इसके बाद श्वेता ने अपनी पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दिया। वह एक पत्रकार बनने की पढ़ाई भी करती रहीं और साथ ही उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत पर एक डॉक्यूमेंट्री भी बनाई। इस डॉक्यूमेंट्री का शीर्षक रहा ‘रूट्स- डॉक्यूमेंट्री ऑफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक’। इसी बीच वर्ष 2014 में श्वेता को उस घटना का सामना करना पड़ा जिसका सामना अगर वह मजबूती से नहीं करतीं तो पता नहीं श्वेता अब कहां होतीं। उस साल श्वेता को हैदराबाद में बंजारा हिल्स स्थित एक होटल से पुलिस ने गिरफ्तार किया। उन पर आरोप लगा कि वह  वेश्यावृत्ति में शामिल हैं। श्वेता को वेश्यावृत्ति के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया और उन्हें सुधार गृह भेज दिया। एक इंटरव्यू के दौरान श्वेता ने खुलासा किया कि सुधार गृह में रहना उनके लिए बहुत बुरा तो नहीं था क्योंकि वहां उन्होंने बच्चों को हिंदी और संगीत सिखाया।

हैदराबाद के एक होटल से जब श्वेता को पुलिस ने वेश्यावृत्ति के मामले में गिरफ्तार किया तब मीडिया में उनका एक बयान काफी वायरल हुआ। उस बयान में कथित रूप से श्वेता ने कहा, ‘मैंने अपने करियर में कुछ गलत फैसले लिए हैं और मैं बिल्कुल कंगाल हो गई थी। मुझे अपने परिवार को संभालना था और कुछ अच्छे काम भी करने थे। मेरे लिए सारे दरवाजे बंद थे इसलिए कुछ लोगों ने मुझे पैसे कमाने के लिए वेश्यावृति का रास्ता दिखाया। मैं कुछ कर नहीं सकती थी और न ही मेरे पास कोई और चारा था इसलिए मैंने यह काम किया।’ वेश्यावृत्ति में श्वेता बसु प्रसाद का पकड़ा जाना जितना चौंकाने वाला था, उतना ही चौंकाने वाला उनका यह बयान था। हालांकि, जब श्वेता सुधार गृह से बाहर आईं तो उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने ऐसा कोई बयान दिया ही नहीं। वह नहीं जानती कि मीडिया में यह बयान आखिर कैसे आया? सुधार गृह से बाहर आकर श्वेता ने अपने बयान में कहा, ‘मुझे पत्रकारों के अलावा और किसी से कोई शिकायत नहीं। मेरे कठिन वक्त में इस तरह का बयान सब जगह फैलाया गया।’

श्वेता ने अपने इस नए बयान में कहा, ‘मुझे कुछ नहीं पता कि यह बयान कैसे आया। क्योंकि, दो महीने तक मुझे न तो किसी वेबसाइट को देखने की इजाजत थी और न ही अखबार पढ़ने की। यह तो मुझे बाहर आकर पता चला। अंदर रहकर तो मुझे अपने माता-पिता से बात करने तक की इजाजत नहीं थी तो मैं मीडिया से कैसे बात करूंगी? जिसने भी मेरा यह बयान बनाया और सब जगह फैलाया, वह मेरी छवि को खराब करने के लिए था। फिल्म इंडस्ट्री ने हमेशा मेरा स्वागत खुले दिल से किया है। उस बयान में कही एक एक बात बिल्कुल गलत है।’ सुधार गृह से बाहर आने के बाद श्वेता सबसे पहले टीवी के धारावाहिक ‘चंद्र नंदिनी’ में दोहरा किरदार निभाते हुए नजर आईं।

2017 में वरुण धवन और आलिया भट्ट की रोमांटिक कॉमेडी फिल्म ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ में श्वेता को वरुण धवन की भाभी यानी उर्मिला शुक्ला बंसल का किरदार निभाते हुए देखा गया। इसके बाद उन्होंने विवेक अग्निहोत्री की थ्रिलर फिल्म ‘द ताशकंद फाइल्स’ में पत्रकार रागिनी फुले की भूमिका निभाई और वेब सीरीज ‘गैंगस्टर्स’ और ‘फ्लिप’ में भी श्वेता को देखा गया। बीते साल ओटीटी पर श्वेता की तीन फिल्में ‘शुक्राणु’, ‘सीरियस मैन’ और ‘कॉमेडी कपल’ रिलीज हुईं। वहीं, ‘होस्टेजेस’ और ‘हाई’ वेब सीरीजों में भी श्वेता ने महत्वपूर्ण किरदार निभाए। श्वेता ने फिल्मकार रोहित मित्तल से शादी भी की थी लेकिन शादी के साल भर  बाद ही 2019 में दोनों अलग हो गए। 30 साल की हो चुकीं श्वेता ने अपनी बीती जिंदगी को रिवाइंड करके देखा है और उनके सबकों को अपनी आने वाली जिंदगी का हौसला बनाया है।

 

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