चिली की दुल्हन-न्यूजीलैंड का दूल्हा और शादी इंडिया में
प्यार सरहदों और सीमाओं में कभी बंधा नहीं होता. भारत के एक कपल ने इस कहावत को सच कर दिखाया है. दरअसल, कोरोना के दौरान परवान चढ़ी आयुष और राशि की लवस्टोरी में यूं तो काफी दिक्कतें आईं, दोनों ने साथ मिलकर मुश्किलों का सामना किया. कोरोना काल में जहां लोगों का घर से निकलना तक मुश्किल था, वहां, आयुष और राशि ने अपने प्यार के लिए हजारों मीलों का सफर तय किया. दोनों की इस अजब प्यार की गजब कहानी में आए उतार-चढ़ाव के बावजूद हैप्पी एंडिंग जानकर आप भी कहेंगे-भई वाह..
राशी, पुंटा एरेनास, चिली में रहती है, जो कि अंटार्टिका में है. पोस्ट ग्रेजुएट राशी अंटार्कटिक टूरिज्म कंपमी में गाइड का काम करती हैं. वहीं, आयुष न्यूजीलैंड के वेलिंगटन के पुलिस विभाग में कार्यरत हैं. दोनों ही अपने करियर में काफी कामयाब हैं. आयुष और राशी एक फैमिली फ्रेंड के जरिए एक-दूसरे से मिले थे. बातों -मुलाकातों के बाद दोनों को प्यार हो गया, लेकिन मुश्किल थी दोनों के बीच मीलों का लंबा फासला.
एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप की लंबी दूरी के इस रिश्ते को बनाए रखना आसान नहीं था. 9 महीने तक एक-दूसरे को डेट करने के बाद, उन्होंने शादी करने का फैसला किया. लेकिन शादी करने के लिए जगह का चुनाव करना आसान नहीं था. एक तो कोरोना की महामारी और दूसरे शादी करने वाले दूल्हे और दुल्हन के बीच की दूरी और दोनों के परिवार भी दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में हों.
दोनों ने बहुत विचार-विमर्श के बाद, भारत को शादी के लिए चुना. हालांकि, COVID के कारण पूरी योजना खतरे में पड़ गई थी. फोन और ईमेल पर पूरी शादी की योजना बनाई गई. तीन अलग-अलग समय और क्षेत्रों में शादी को प्लान करना एक बुरे सपने की तरह था और सबसे बड़ी बात तीनों देशों में कोविड-19 की वजह से अलग-अलग प्रोटोकॉल थे.
जब राशी चिली छोड़कर भारत आ रही थीं तो उस समय देश में पूरी तरह से लॉकडाउन था. आयुष के लिए भी न्यूजीलैंड से भारत तक का सफर आसान नहीं था. अंत में दिल्ली में उतरने के लिए उन्हें कुआलालंपुर और दुबई के कई स्टॉप्स पर उतरने के बाद 50 घंटे की लंबी उड़ान भरनी पड़ी.
कोविड के कारण दोनों को एक-दूसरे को होने के लिए काफी सावधानी बरतनी पड़ी, जैसे-चौबीसों घंटे मास्क और फेस शील्ड लगाकर रखना. दोनों सभी बाधाओं को पारकर भारत पहुंचे और फिर दोनों की शादी धूमधाम से संपन्न हुई. प्यार और फिर एक-दूजे के होने के लिए उन्होंने जो मुसीबतें उठाईं वो यादगार रहेगा.