रायपुर : जल संसाधन विभाग के सचिव श्री अविनाश चंपावत ने आज राजनांदगांव जिले के प्रधानपाठ बैराज का निरीक्षण किया। उन्होंने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थल निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। श्री चंपावत ने विभागीय अधिकारियों से बैराज के गेट के क्षतिग्रस्त होने के मामले की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि बैराज से कमांड क्षेत्र में प्रथम सिंचाई हो चुकी है। बीते 7 सितम्बर की शाम साढ़े 6 बजे अतिवृष्टि के कारण बैराज में पानी की अधिक आवक को देखते हुए गेट खोला जा रहा था। खोलते समय ही गेट क्षतिग्रस्त हो गया। इसकी सूचना जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को तत्काल दे दी गई। इसके साथ ही प्रभावित होने वाले गांवों में मुनादी भी करा दी गई। जिसके चलते किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
जल संसाधन सचिव श्री चंपावत ने बैराज के क्षतिग्रस्त गेट का निरीक्षण किया एवं गेट के डिजाईन तथा उसकी क्षमता का परीक्षण कर मरम्मत कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्री चंपावत ने बैराज स्थल पर ही ग्रामीणों से चर्चा भी की। ग्रामीणों ने चर्चा के दौरान बैराज से सिंचाई के लिए पानी देने की मांग की। श्री चंपावत ने क्षतिग्रस्त गेट पर स्टाप लॉक लगाकर और जल संग्रहण कर किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। किसानों ने प्रधानपाठ के कमांड के अलावा अन्य गांवों में भी सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने तथा उरईडबरी एवं रूसे क्षेत्र के जलाशयों को प्रधानपाठ बैराज से भरने की मांग भी की। श्री चंपावत ने इसके लिए लमती फीडर डेम निर्माण तथा प्रधानपाठ बैराज के नहर के उन्नयन, विस्तार तथा लाईनिंग के लिए डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) जल्द से जल्द राज्य शासन को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता श्री जयंत पवार, मुख्य अभियंता श्री डीसी जैन, अधीक्षण अभियंता श्री समीर जार्ज, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व खैरागढ़ श्री सीपी बघेल सहित अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।