Budget 2021: अगर आप गोल्ड (Gold) में निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. आज बजट के दिन, यानि 1 से 5 फरवरी तक आप सस्ता सोना (Cheap Gold) खरीद सकते हैं. केंद्र की मोदी सरकार सॉवरेन गोल्ड बांड (sovereign gold bonds) बेच रही है. गोल्ड अपने ऑल टाइम हाई से करीब 7000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो चुका है तो वहीं इस उतार-चढ़ाव के बावजूद विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस साल सोना 63000 के स्तर को छू सकता है. हालांकि यह गोल्ड फिजिकल रूप में नहीं मिलेगा. भारतीय रिजर्व बैंक ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए निर्गम मूल्य 4,912 प्रति ग्राम तय किया है. इसीलिए आप सोना खरीदना चाहते हैं तो आपके लिए अच्छा मौका है
RBI के अनुसार सरकार ने केंद्रीय बैंक के साथ विचार-विमर्श कर ऑनलाइन आवेदन करने और डिजिटल माध्यम से भुगतान करने पर निवेशकों को प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट देने का निर्णय किया है. ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड का निर्गम मूल्य 4,8620 प्रति 10 ग्राम होगा. बता दें कि गोल्ड बांड 2020-21 भारत सरकार की तरफ से जारी किया जाता है.
sovereign gold bonds 2020-21 की 11वीं सीरीज में सब्सक्रिप्शन एक फरवरी से 5 फरवरी 2021 के बाद बंद हो जाएगी.
–sovereign gold bonds की 11वीं किस्त के लिए 4,912 रुपये प्रति ग्राम का भाव तय किया गया है. गोल्ड बॉन्ड के लिए इंडियन बुलियन एंड जूलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (IBJA) द्वारा 999 शुद्धता के सोने के प्रकाशित सामान्य औसत बंद भाव पर आधारित है.
-सरकार की ओर से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा sovereign gold bonds जारी किए जाते हैं. भौतिक सोने की मांग को कम करने और वित्तीय बचत में घरेलू बचत के एक हिस्से को स्थानांतरित करने के उद्देश्य से 2015 में sovereign gold bonds योजना शुरू की गई थी.
–sovereign gold bonds स्कीम में एक वित्तीय वर्ष में एक व्यक्ति अधिकतम 500 ग्राम सोने के बॉन्ड खरीद सकता है. वहीं न्यूनतम निवेश एक ग्राम का होना जरूरी है.
-sovereign gold bonds 2020-21 (सीरीज़ XI) में आप 5 फरवरी तक निवेश कर सकते हैं. वहीं 9 फरवरी, 2021को बॉन्ड जारी कर दिया जाएगा.
– sovereign gold bondsजारी होने के पखवाड़े के भीतर स्टॉक एक्सचेंजों पर Liquidity के अधीन हो जाते हैं.
एसजीबी के हर आवेदन के साथ निवेशक PAN जरूरी है. स्वर्ण बॉन्ड बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SHCIL), नामित डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों (NSE BSE) के माध्यम से बेचा जाएगा.
-sovereign gold bonds की सबसे खास बात होती है कि निवेशक को सोने के भाव बढ़ने का लाभ तो मिलता ही है, साथ ही उन्हें इन्वेस्टमेंट रकम पर 2.5 फीसदी का गारंटीड फिक्स्ड इंटरेस्ट भी मिलता है.
– sovereign gold bonds की अवधि 8 साल की होती है और 5वें साल के बाद ही प्रीमैच्योर विड्रॉल किया जा सकता है.
– इस पर तीन साल के बाद लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा (मैच्योरिटी तक रखने पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा) वहीं इसका लोन के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं.