कोरबा। तहसीलदार को हटाए जाने की मांग को लेकर पूर्व गृहमंत्री व विधायक ननकीराम कंवर ने बुधवार देर रात अनशन खत्म कर दिया। एसडीएम सुनील नायक ने आंदोलन स्थल पहुंच कर कंवर को जूस पिलाकर अनशन खत्म कराया। इस दौरान एसडीएम ने जमीन से जुड़े मामले की जानकारी दी।
दरअसल कुआंभट्टा में स्थित 12 डिसमिल जमीन में पुरानी बस्ती निवासी मुर्तजा अंसारी वर्तमान में काबिज हैं। ट्रांसपोर्ट नगर निवासी महावीर अग्रवाल ने जमीन पर मालिकाना हक का दावा करते हुए तहसील कार्यालय कोरबा में अपना पक्ष रखा था। मामले की चली लंबी सुनवाई के बाद 29 जनवरी को तहसीलदार सुरेश साहू ने महावीर के पक्ष में निर्णय सुनाते हुए दो दिन के अंदर कब्जा खाली करने का आदेश जारी कर दिया
सोमवार को तहसीलदार प्रशासनिक अमले के साथ मौके पर पहुंच कर दुकान खाली कराने लगे। इसे लेकर मौके पर विवाद होने लगा और ननकीराम भी मौके पर पहुंच गए। एकतरफा कार्रवाई किए जाने का आरोप लगाते हुए मौके पर ही धरने पर बैठ गए और अन्ना-जल त्याग दिया।
कार्यकर्ताओं ने वहां तंबू लगवा दिया। पूरी रात तंबू में कंवर ने गुजारा। ठंड का हवाला देते हुए कार्यकर्ताओं ने गेस्ट हाउस चलने कहा, पर वे राजी नहीं हुए। तहसील कार्यालय में चल रहे न्यायालयीन कार्रवाई का हवाला देते हुए विधायक कंवर को समझाने की कोशिश की। आखिरकार अनशन के तीसरे दिन एसडीएम के निष्पक्ष जांच का भरोसा देने के बाद ननकीराम कंवर ने अनशन खत्म किया।