छत्तीसगढ़ पुलिस जीतेंगे लोगो का भरोसा, गांव-गांव में लगाएगी चौपाल

छत्तीसगढ़ में पुलिस जनता का भरोसा जीतने और मजबूत सूचना तंत्र बनाने के लिए अब गांव-गांव में चौपाल लगाएगी। यह चौपाल सिपाही स्तर से लेकर डीजी स्तर तक के अधिकारी की होगी। इसमें न सिर्फ लोगों की समस्या सुनी जाएगी, बल्कि उन्हें संविधान और उनके अधिकारों के बारे में जानकारी भी दी जाएगी। पुलिस को भरोसा है कि इससे अपराध में भी कमी आएगी। थाना स्तर पर पुलिस कर्मियों की अलग-अलग गांव और नगरीय क्षेत्र के अलग-अलग वार्ड में ड्यूटी लगाई जाएगी। इसकी रिपोर्ट हर महीने सीधे डीजीपी कार्यालय को भेजी जाएगी।

डीजीपी ने कहा- गांव के लोगों से सीधा संवाद करके आपराधिक गतिविधियों को खत्म करेंगे डीजीपी डीएम अवस्थी ने बताया कि थाना क्षेत्र में आने वाले बहुत से गांव में पुलिस की पहुंच नहीं है। इसके कारण गांव में चल रहे अवैध कारोबार से लेकर आपराधिक गतिविधियों की जानकारी नहीं मिल पाती है। इसे खत्म करने के लिए पुलिस को गांव-गांव में चौपाल लगाने का लक्ष्य दिया गया है। इस चौपाल में पुलिसकर्मी न सिर्फ अपराध से जुड़े मामलों पर कार्रवाई करेंगे, बल्कि गांव के लोगों से सीधा संवाद करके आपराधिक गतिविधियों को खत्म करेंगे।

डीजीपी ने आम आदमी की शिकायत के लिए एक वाट्सअप नंबर जारी किया गांवों के लोगों को पुलिसकर्मियों के नंबर भी दिए जाएंगे, जिसमें शिकायत की जा सके। डीजीपी ने आम आदमी की शिकायत के लिए एक वाट्सअप नंबर जारी किया है। इसमें ग्रामीण इलाकों से मिल रही बड़ी शिकायतों को देखते हुए चौपाल लगाने का निर्णय लिया गया। डीजीपी अवस्थी ने कहा- नागरिकों को पुलिसिंग होते हुए दिखना चाहिए डीजीपी अवस्थी ने कहा कि बेसिक, विजिबल और इंपैक्टफुल पुलिसिंग पर सभी पुलिस अधीक्षक जोर दें। नागरिकों को पुलिसिंग होते हुए दिखना चाहिए। इसके लिए सामुदायिक पुलिसिंग पर विशेष जोर दें। शिकायतकर्ता से पुलिस अधीक्षक स्वयं मिलें।

पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाना पुलिस का कर्तव्य पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाना पुलिस का कर्तव्य है। आपराधिक मामलों में तेजी से चालान पेश करने के साथ ही आरोपितों को सजा दिलाकर पीड़ित को न्याय दिलाना भी प्राथमिकता होनी चाहिए।

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