ब्रेकअप के दर्द से उबर पाना लोगों के लिए काफी मुश्किल होता है। वहीं अक्सर देखा जाता है कि लोग ब्रेकअप के बाद दर्द भरे या सैड सॉन्गस सुनना पसंद करते हैं। कई बार इन्हें सुनते हुए रोना भी आ जाता है। इसके बावजूद भी लोग ऐसे ही गाने सुनते हैं। वहीं ज्यादातर केस में लोग सैड सॉन्गस तब तक सुनना पसंद करते हैं। जब तक वे ब्रेकअप के दर्द से पूरी तरह मूव ऑन न कर लें। ऐसे में काफी लोग यह जानना की चाह रखते हैं कि आखिर क्यों सैड सॉन्गस सुनते हुए रोना आता है। इसी बीच आज हम आपको इस बारे में बताने जा रहे हैं कि क्यों लोग सैड सॉन्गस सुनते हुए रोने लगते हैं। हाल में हुए एक स्टडी की मानें को गाने और म्यूजिक एक जरिया होता है जिसे इंसान अपनी भावनाओं के बीच आए गैप को फील करने के लिए यूज करते हैं। वहीं लोग गाने सुनते हुए फ्लैश बैक में चले जाते हैं,जिसे सोचते हुए उन्हें रोना आ जाता है।
The psychophysiology of chills and tears नाम के अध्यन में पाया गया कि जब इंसान ऐसे गाने सुनता है, जो उसे दुखी फील करवाए तो ऐसे में उसकी सांस लेने की प्रक्रिया धीमी और गहरी हो जाती है। इस स्थिति में दिल की धड़कन बढ़ जाती है। इस तरह के गाने ज्यादातर शांत म्यूजिक के होते हैं, जो इमोशन्स को अपील करते हैं।