कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर हमला बोला है और उन पर शिक्षा संस्थानों पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। राहुल ने कहा कि RSS ने अपने स्कूलों को जरिए हमला शुरू कर दिया है, जैसे पाकिस्तान में कट्टर इस्लामिक अपने मदरसों का इस्तेमाल करते हैं वैसे ही RSS अपने नजरिए से दुनिया दिखाने के लिए अपने स्कूलों का इस्तेमाल कर रहा है।
अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और भारत के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु से बात करते हुए राहुल ने आगे RSS से पैसों का सोर्स पूछते हुए कहा कि इनसे कोई नहीं पूछता कि सैकड़ों, हजारों स्कूल चलाने के लिए इनको पैसा कहां से मिलता है। इन स्कूलों से आय नहीं होती इसलिए कोई सवाल भी नहीं पूछता। ये भारतीय शिक्षा तंत्र पर कब्जा है। भारतीय शिक्षा तंत्र इनके हाथों से वापस लेना होगा। ये करना जरूरी है।
उन्होने कहा कि लेकिन ये आसान नहीं है क्योंकि उनके साथ काफी लोग हैं। आप जानते हैं कि जैसे ही आप शिक्षक की नौकरी हासिल करते हैं आप उसमें शामिल हो जाते हैं। फिर आप वही हो जाते हैं, फिर आप पहले जैसे नहीं हो सकते। आप जानते हैं। हम बड़ी समस्या पर देख पा रहे हैं।
राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के पूर्व कांग्रेस सीएम कमलनाथ से बातचीत वाले वाक्य को याद किया, जब पार्टी की सरकार को मध्यप्रदेश की सत्ता से हाथ धोना पड़ा था। राहुल गांधी के अनुसार कमलनाथ ने उनसे राज्य सरकार के अधिकारियों की शिकायत करते हुए कहा कि था कि वरिष्ठ नौकरशाह उनकी बात नहीं मानते, क्योंकि वे आरएसएस के लोग थे और वे ऐसा कुछ नहीं करेंगे जो उन्हें करने के लिए कहा गया था। राहुल ने कहा कि “इसलिए, यह जो कुछ भी हो रहा है, बिलकुल अलग हो रहा है।”
भाजपा, बसपा और सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि कोई इन पार्टियों पर आंतरिक लोकतंत्र नहीं होने को सवाल क्यों नहीं उठाता। राहुल ने आगे पार्टी का बचाव करते हुए कहा कि कांग्रेस पर लोग इसलिए सवाल करते है क्योंकि यह एक ‘वैचारिक पार्टी’ है और हमारे हमारे लिए लोकतांत्रिक होना अधिक महत्वपूर्ण है।