महंगाई पर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार को घेरने का काम कर रही है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार को महंगाई के मुद्दे पर विफल बताया। जरूरी चीजों के बढ़ते दामों को आने वाले दिनों में एक बड़ी आपदा के तौर पर पेश करते हुए कांग्रेस ने कहा है कि आम आदमी कोरोना से बचेगा तो महंगाई के बोझ से मर जाएगा। केंद्र की खराब नीतियों की वजह से महंगाई में भारी वृद्धि हो रही है। कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में संवाददाताओं से चर्चा में विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि कोरोना के बाद महंगाई भी राष्ट्रीय आपदा साबित हो सकती है। पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और मिट्टी के तेल के दाम रोज बढ़ रहे हैं। खाने के तेल के दाम भी दोगुने हो गए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और नरेंद्र मोदी जनता की जेबों पर महंगाई के जरिए डाका डाल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से भारत की जनता कोरोना महामारी की मार झेल रही है। प्रधानमंत्री मोदी की असफल रणनीति की वजह से कोरोना की बीमारी के समय में जीवन और कठिन हुआ है। अचानक लॉकडाउन, अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी, गलत वैक्सीन की नीति के चलते मोदी सरकार विफल रही है। इस दौरान सांसद छाया वर्मा, निगम सभापति प्रमोद दुबे, जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे सहित अन्य नेता भी उपस्थित थे। महंगाई दोगुनी विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लोकसभा में एक प्रश्न के जवाब में स्पष्ट कहा था कि भारतीय जनता पार्टी के पिछले 7 साल के शासनकाल में घरेलू गैस की कीमत दोगुनी हो गई है। मार्च 2014 को एलपीजी सिलेंडर की कीमत 410 रुपए प्रति सिलेंडर थी जबकि अब सिलेंडर की कीमत 880 रुपए प्रति सिलेंडर पहुंच गई है। वर्ष 2021 में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में 225 रुपए की बढ़ोतरी हुई है इस वजह से महंगाई दोगुनी हो गई है। भाजपा नेता जनता से मांगें माफी कांग्रेस नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि कोरोना के बाद अब अगर सबसे बड़ी आपदा इस देश में है तो वह है महंगाई। कांग्रेस ने मांग रखी है कि नरेंद्र मोदी की सरकार ये बताए कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ नहीं रहे तो पेट्रोल की कीमत क्यों बढ़ाई जा रही है। भाजपा नेता क्यों अनावश्यक बयानबाजी करके जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। हम मांग करते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, धरमलाल कौशिक और अजय चंद्राकर महंगाई पर अपना रुख स्पष्ट करें और जनता से माफी मांगें।