काबुल में हालात खराब होने के बाद भारत सरकार अलर्ट, लोगों को निकालने के लिए उठाया ये बड़ा कदम

तालिबान का बयान आया सामने

तालिबान के एक प्रवक्ता एवं वार्ताकार सुहैल शाहीन ने कहा कि इस्लामिक अमीरात ने अपने मुजाहिदीन को एक बार फिर निर्देश दिया है कि कोई भी लड़ाका बिना अनुमति के किसी के घर में प्रवेश नहीं कर सकता है. साथ ही किसी के जीवन, संपत्ति और सम्मान को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा.

दिल्ली से काबुल जाने वाली फ्लाइट का समय बदला

काबुल में तालिबान की एंट्री के बाद हालात बेहद खराब हो गए हैं और इस बीच दिल्ली से काबुल जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट का समय बदल गया है. एयर इंडिया की फ्लाइट अब रात 8.30 बजे के बजाय 12.30 बजे उड़ान भरेगी

काबुल में तेजी से बदलते हालात के बीत भारत सरकार अलर्ट है और हालात पर नजर बनाए हुए है. भारत सरकार ने काबुल से लोगों को निकालने के लिए एयर इंडिया के 2 विमान को अलर्ट पर रखा है.

अफगन मीडिया के मुताबिक काबुल एयरपोर्ट पर अफगान जनता की भीड़ को अमेरिकी हेलिकॉप्टरों और विमान से दूर करने के लिए आज सुबह भी अमेरिकी सैनिकों में हवा में फायर किया. कल रात भी कई बार काबुल अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भीड़ को दूर करने के लिए अमेरिकी सेना ने हवा में फायर किया था.

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबान के प्रवेश के बाद काबुल एयरपोर्ट पर हजारों लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है. कई देशों के राजनायिकों को भी काबुल एयरपोर्ट से ही बचाकर ले जाया जा रहा है. तालिबान के कब्जे के बाद ही काबुल एयरपोर्ट पर फायरिंग की खबर मिली है. एयरपोर्ट पर हर तरफ भगदड़ के वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.

तालिबान कर सकता है कब्जे का ऐलान

तालिबान ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन पर कब्जे का दावा किया है. अब तालिबान अफगानिस्तान पर कब्जे और अपनी सरकार का ऐलान कर सकता है

राष्ट्रपति भवन पर तालिबान लड़ाकों का कब्जा

काबुल में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन पर तालिबान लड़ाकों का कब्जा हो गया है। अल-जजीरा न्यूज नेटवर्क पर प्रसारित वीडियो फुटेज में तालिबान लड़ाकों का एक बड़ा समूह राजधानी काबुल में स्थित राष्ट्रपति भवन के भीतर नजर आ रहा है. तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर अपने कब्जे की घोषणा राष्ट्रपति भवन से करने और देश को फिर से ‘इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान’ का नाम देने की उम्मीद है. बीस साल की लंबी लड़ाई के बाद अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान से निकलने के कुछ ही दिनों के भीतर लगभग पूरे देश पर फिर से तालिबान का कब्जा हो गया है.

ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि ब्रिटिश सैनिक देश के लोगों को काबुल से निकालकर स्वदेश लाने के लिये वहां पहुंच गए हैं. प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने रविवार को मंत्रिमंडल की आपात समिति की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद कहा कि ब्रिटिश नागरिकों और बीते 20 साल में अफगानिस्तान में ब्रिटिश सैनिकों की मदद करने वाले अफगानियों को जल्द से जल्द बाहर निकालना प्राथमिकता है. उन्होंने स्काई न्यूज से कहा, ‘दिन-रात काम कर रहे राजदूत आवेदन प्रक्रिया में मदद के लिये हवाई अड्डे पर मौजूद हैं.’

अपने दूतावास को हवाई अड्डे पर ट्रांसफर कर रहा फ्रांस

फ्रांस अपने सभी नागरिकों को अफगानिस्तान से निकालने के लिए काबुल स्थित फ्रांसीसी दूतावास को फिलहाल अबू धाबी हवाई अड्डे पर स्थानांतरित कर रहा है. विदेश मंत्री ज्यां य्वेस ली द्रेन ने रविवार को एक बयान में कहा कि आने वाले कुछ घंटों में संयुक्त अरब अमीरात में सैनिकों और विमानों की तैनाती की जाएगी. फ्रांस अपने नागरिकों को निकाले की प्रक्रिया हफ्तों पहले शुरू कर चुका है और जुलाई के मध्य से चार्टर उड़ाने भी शुरू की जा चुकी हैं.

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल को अपनी गिरफ्त में लेने के बाद तालिबान काबुल की जरूरी जगहों पर अपना कब्जा कर रहा है. इसके बाद काबुल में लोग अपने घर में कैद हो गए हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *