रायपुर। छत्तीसगढ़ में धर्मान्तरण एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। बीजेपी ने इससे कांग्रेस सरकार को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। पिछले दो महीने में बीजेपी आधा दर्जन से ज्यादा बड़े आंदोलन चला चुकी है। अब राजधानी रायपुर में बीजेपी सीएम हाउस का घेराव करेगी। दरअसल धर्मान्तरण के मुद्दे पर बीजेपी लगातार आंदोलन चला रही है। भाजयुमो के 3 नेता सेंट्रल जेल में बंद है। एक सप्ताह पहले जेल में बंद कार्यकर्ताओँ से मिलने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय पहुंचे थे। वहीं कल के आंदोलन और बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि रायपुर शहर के सभी 16 मंडल के कार्यकर्ता मंगलवार को सीएम हाउस का घेराव करेगी। बड़ी संख्या में बीजेपी के कार्यकर्ता अगल अगल मण्डल से बड़े आंदोलन में शामिल होंगी। अगर पुलिस हमें रोकेगी तो सभी नेता गिरफ्तारी देंगे।
27 सितंबर को किसानों के भारत बंद पर प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सोमवार को इस मसले पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि किसान आंदोलन को नक्सलियों का समर्थन है और दूसरा कांग्रेसियों का समर्थन है, इसी से समझिए क्या हो रहा है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री नक्सलवाद समाप्त करने की बैठक में नहीं जाते, चर्चा से भाग रहे हैं और नक्सलियों ने जिस आंदोलन को समर्थन दिया है, उसको समर्थन कर रहे हैं। किसान आंदोलन सिर्फ कुछ लोगों की जिद का परिणाम है। आम किसान को इससे लेना देना नहीं। जिनके स्वार्थ को नुकसान पहुंच रहा वो लोग ही आंदोलन कर रहे हैं। देश के सीमित क्षेत्र में ये आंदोलन हो रहा है, बाकी देश में इसका कोई असर नहीं है।
किसान आंदोलन का नक्सली कनेक्शन’ पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे नेताओं को शहरी नक्सली और टुकड़े-टुकड़े गैंग का सदस्य बताया है। रायपुर के जय स्तंभ चौक पर प्रदर्शन करते माकपा के कार्यकर्ता नजर आए। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मंडल सदस्य और ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच की ओर से धर्मराज महापात्र ने बताया कि सुबह 7 से बजे माकपा व सीटू के कार्यकर्ता जत्थे की शक्ल में शहर में घूमते रहे। बंद को जनता का समर्थन मिला। जय स्तंभ चौक पहुंच कर माकपा कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन भी किया।