रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के गरियाबंद (Gariaband) जिले के 100 से ज्यादा किसानों (Farmers) ने राज्य की कांग्रेस सरकार (Congress Government) और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खाेल दिया है. किसान अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतर आए. दरअसल, गरियाबंद जिले के देवभोग झाखरपारा मार्ग में तेलनदी पुल पर परिवार सहित धरने पर बैठे किसान लंबित 63 लाख रुपयों के मुआवजे की मांग कर रहे हैं. इस दौरान सड़क को पूरा जाम कर दिया गया. मिली जानकारी के अनुसार देवभोग झाखरपारा मार्ग पर तेलनदी में 10 साल पहले एक बड़ा पुल निर्माण किया गया था. पुल के दोनों छोर में बसे ग्राम कुम्हडाई कला व कूम्हडई खुर्द के 28 किसानों के कुछ जमीन अधिग्रहित किया गया था. 3 साल पहले मुवावजे की पहली किश्त दे दी गई, लेकिन करीब 64 लाख का भुगतान आज भी बकाया है.
किसानों ने बकाया राशि की मांग को लेकर एसडीएम को भी ज्ञापन दिया था, लेकिन मांग पूरी नहीं होने पर मंगलवार सुबह से 28 किसान परिवार के 100 से भी ज्यादा लोगों ने पुल के दोनों छोर को बंदकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. किसानों ने कहा-जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. हालांकि प्रशासन की समझाइश के बाद जाम हटा दिया गया और प्रदर्शन 3 घंटे के भीतर खत्म कर दिया गया है.
मुआवजा देने का आश्वासन
नायब तहसीलदार अभिषेक अग्रवाल ने मौके पर पहुंच कर किसानों को बताया कि आज एसडीएम राजस्व मंत्रालय पहुंच रहे हैं. लंबित मुआवजे को लेकर उचित मार्गदर्शन लेंगे. अक्टूबर माह के अंत तक मुआवजा देने के आश्वसन दिया गया है. बता दें कि तीनों कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन के बीच आज किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है. राजिम कृषि उपज मंडी में आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत समेत योगेन्द्र यादव और मेगा पाटकर भी रायपुर आएंगे. किसान आंदोलन के आयोजकों का दावा है कि मंगलवार को होने वाले कार्यक्रम में प्रदेशभर के लगभग 30 से 40 हजार किसानों के जुटने की संभावना है.