कवर्धा। छत्तीसगढ़ के जिला मुख्यालय कवर्धा में मंगलवार को दिनभर कोहराम मचा रहा। दो दिन पहले झंडा लगाने से शुरू हुए बवाल के बाद मंगलवार को बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर लाठियां, और डंडे लेकर निकल आए। घरों के बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी। शहर की कई बस्तियों में हंगामा चलता रहा। बवाल बढ़ता देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। वहीं हिंदू संगठनों ने कवर्धा-जबलपुर नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। उपद्रव के बाद जिला प्रशासन ने जिले में कर्फ्यू लगा दिया है। विश्व हिंदू परिषद के बुलाए बंद को देखते हुए जिले के सभी बाजार और दुकानें बंद थीं। इसी दौरान दोपहर में बड़ी संख्या में लोग हाथों में डंडा लेकर रैली की शक्ल में शहर में निकल आए। प्रदर्शनकारियों ने आदर्श नगर, पीजी कॉलेज रोड, लोहारा नाका, कोतवाली के पीछे का एरिया, जल संसाधन ऑफिस के पास बसी बस्तियों और कॉलोनियों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। बाहर खड़ी बाइक, कार और यहां तक कि ठेलों को भी तोड़ दिया। उपद्रवियों ने कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए और वाहनों को पलट दिया। आरोप है कि उपद्रव और तोड़फोड़ के दौरान पुलिस वहां पुलिस तमाशबीन बनकर खड़ी रही। करीब एक घंटे तक सब चलता रहा, इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया है। इस दौरान उपद्रव की कवरेज कर रहे पत्रकारों से भी प्रदर्शनकारियों ने गाली-गलौज की। शहर के कई इलाकों में अभी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। पुलिस पूरे शहर में ड्रोन से निगरानी कर रही है।
मामले की मजिस्ट्रेट जांच हो : विहिप विश्व हिंदू परिषद ने विवाद के बाद पुलिस कार्रवाई पर नाराजगी जताई। इसे लेकर कवर्धा बंद का आह्वान किया गया। उनका आरोप है कि हत्या के इरादे से झंडा फहराने को लेकर हमला किया गया था। पुलिस ने इस पर पीड़ित पक्ष को ही पीटा और इलाज में देरी की। साथ ही दुर्गेश देवांगन की पिटाई मामले में मजिस्ट्रियल जांच की मांग की है। इस दौरान उन्होंने हाईवे जाम कर दिया। करीब 3 घंटे तक हाईवे जाम रहने के बाद उसे खोल दिया गया है। प्रशासन ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर जिला प्रशासन ने पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति अपने घर से बाहर न निकले। शहर में सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए कोई व्यक्ति किसी स्थान पर फंसा हुआ है या कहीं पर किसी प्रकार की दुर्घटना घट रही है उसकी जानकारी तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम के दूरभाष नम्बर 9479192499 में सूचित करें। ताकि समय रहते आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित किया जा सके।