कोबरा के डसने पर क्या है इलाज; क्या मृत सांप भी होता है जानलेवा?

Cobra Snake Bite Treatment, Saap Ke Dasne Ka Ilaj In Hindi: केरल में एक महिला को कोबरा सांप से डसवाकर मारने की घटना के बाद यह मुद्दा छाया हुआ है. कोर्ट ने इस मामले में महिला के पति को दोषी करार देते हुए उसे दोहरे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. ऐसे में आज हम सांप के डसने और इसके इलाज सहित तमाम पहलुओं पर चर्चा कर रहे हैं.

 

सांप के डसने की घटना को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए. वैसे अधिकतर सांप जहरीले नहीं होते और उनके डसने से जीवन को कोई खतरा नहीं होता है, लेकिन कुछ सांप इतने जहरीले होते हैं कि अगर तुरंत इलाज नहीं करवाया गया तो उससे इंसान की जान जा सकती है. सबसे जहरीले सांप किंग कोबरा के डसने के 30 मिनट के भीतर इंसान की जान जा सकती है. कुछ प्रजाति के सांप इतने खतरनाक होते हैं कि उनकी मौत के बाद भी वह इंसान को डस लेते हैं.

दरअसल, चीन सहित कई देशों में सांपों को खाया भी जाता है. ऐसे सांपों को पाकने ने लिए इन्हें मारा जाता है. कई बार ऐसा होता है कि उनकी गर्दन काट दिए जाने के बाद भी वह उड़कर इंसान को डर लेते हैं. ऐसी स्थिति में वे बेहद खतरनाक हो जाते हैं. मरे हुए सांपों के डसने के बाद इंसान का बचना मुश्किल होता है.

दरअसल, विभिन्न प्रजाति के सांप में मौजूद जहर के हिसाब से उनको कई वर्गों में बांटा गया है. विभिन्न तरह के सांपों में ये पांच तरह के जहर पाए जाते हैं.

 

1. साइटोटॉक्सिन (Cytotoxins)- सांपों के इस जहर से इंसान को कोई खतरा नहीं होता. इससे आपको केवल डसने की जगह थोड़ा स्वेलिंग होता है.
2. हैमोरहैगिंस (Haemorrhagins)- इस जहर से रक्त नलिकाएं ( blood vessels) प्रभावित हो सकती हैं.
3. एंटी क्लॉटिंग एजेंट (Anti-clotting agents)- सांपों का यह जहर रक्त को जमने से रोक देता है.
4. न्यूरोटॉक्सिन (Neurotoxins)- सांप का यह जहर सबसे खतरनाक होता है और यह इंसान के नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है.
5. मायोटॉक्सनि (Myotoxins)- यह जहर मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाता है.

कितना खतरनाक है सांप का डसना (Are snake bites dangerous)?
दरअसल, सांप के डसने की प्रकृति के आधार पर इसे दो वर्गों में बांटा गया है. एक होता है ड्राई बाइट (Dry Bite) जबकि दूसरा होता है जहरीला (Venomous Bite). जहरीले सांप इंसान को डसने के साथ जहर डिस्चार्ज करते हैं. जबकि अन्य सांप ऐसा नहीं कर पाते हैं. वैसे मेडिकल साइंस के मुताबिक किसी भी सांप के डसने पर तुरंत इलाज कराने की सलाह दी जाती है.

 

कहां सबसे ज्यादा है सांप डसने की घटना
वैसे तो भारत को सपेरों का देश कहा जाता था, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि सांप के डसने की घटना सबसे ज्यादा अमेरिका में होती है, लेकिन बेहतर इलाज की वजह से वहां बेहद कम मामलों ही लोगों की जान जाती हैं.

 

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक हर साल दुनिया में सांप के डसने की करीब 50 लाख घटनाएं होती हैं. इनमें से करीब दे से ढाई करोड़ मामले में इंसान की तबीयत बिगड़ जाती है. इसके अलावा हर साल करीब 81 हजार से लेकर 1,38,000 लोगों की मौत सांप के डसने की वजह से होती है.

 

भारत में सबसे ज्यादा खतरा!
मौजूदा समय में सांप के डसने की 95 फीसदी घटनाएं विकासशील देशों में होती है. दक्षिण एशिया यानी भारतीय उप महाद्वीप, दक्षिण पू्र्व एशिया और सब-सहारा अफ्रीकी देशों में जहरीले सांप से मौत का खतरा सबसे ज्यादा है. क्योंकि इन देशों उचित स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है. साथ ही उनके यहां एंटीवेनोमस यानी जहर के खत्म करने वाली दवाइयां भी नहीं है.

 

कौन सा सांप सबसे ज्यादा जहरीला होता है?
जहरीले सांपों को मुख्य रूप से दो वर्गों में बांटा गया है. इसमें पहले है कोबरा परिवार (Elapids). कोबरा परिवार में 300 तरह के सांप हैं. ये बेहद जहरीले होते हैं. इनका जहर न्यूरोटॉक्सिक होता है. यानी यह सीधे इंसान के तंत्रिता तंत्र पर असर डालता है. इन सांपों के डसने के कुछ समय के भीतर इंसान का दिल और फेंफड़ा काम करना बंद कर देता है और उसकी मौत हो जाती है.

जहरीले सांपों का दूसरा वर्ग होता है वाइपर्स (Vipers)- इस वर्ग में करीब 200 तरह के सांप हैं.

 

क्या है इलाज (How are snake bites treated)?
किसी की तरह के सांप के डसने के बाद सबसे पहला काम तुरंत डॉक्टर के पास पहुंचना होना चाहिए. क्योंकि आम इंसान को नहीं पता होता है कि किस सांप ने डसा है और उसके जहर के इंसानी शरीर पर कितना असर होगा. हालांकि सांप की पहचान हो जाने से इलाज आसान हो जाता है लेकिन ऐसा करना काफी मुश्किल है.

 

दरअसल, जब तक आप डॉक्टर के पास नहीं पहुंच रहे हैं तब तक आपको सांप के डसने की जगह को जोर से बांध देना चाहिए, जिससे कि शरीर के अन्य हिस्सों में जहर को फैलने से रोका जा सके. इसके बाद तुरंत मरीज को एंडीवेनोम लगाना चाहिए.

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