रायपुर : राष्ट्रवाद पर भाजपा के दावों पर तगड़ा प्रहार करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा और संघ को राष्ट्रवाद की याद आजादी की लड़ाई के दिनों में क्यों नहीं आई? गांधी और कांग्रेस का राष्ट्रवाद सच्चा एवं वास्तविक राष्ट्रवाद है। अंग्रेजों से 9 बार माफी मांगने वाले राष्ट्रवाद का प्रमाण पत्र जारी करने वाले कैसे बन सकते है? गांधी के राष्ट्रवाद को समझना और उस पर बात करना भी भाजपा के बस की बात नहीं है। गांधी के राष्ट्रवाद में कमजोर से कमजोर व्यक्ति की भी असहमति का सम्मान है। यही भगवान राम के जीवन से हम सबने सीखा है। यही भारतीय परंपरा है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि मॉब लिचिंग जैसी घटनाएं निश्चित रूप से न तो राष्ट्रवाद है और न ही किसी भी धर्म में उचित और मान्य है। धर्म के राजनीतिकरण को लेकर हर सच्चा राष्ट्रवादी चिंतित और व्यथित है। यह चिंता जायज भी है। गांधी ने जिस गंभीर राष्ट्रवाद की बात कही उस राष्ट्रवाद की एक लंबी पृष्ठभूमि है, जो महावीर, बुद्ध, राजा राममोहन राय, रामकृष्ण, विवेकानंद से लेकर गांधी तक आती है। कबीर और बुल्लेशाह भी इसी राष्ट्रवाद में है जो कहते हैं कि तुम मुक्त हो क्योंकि ईश्वर मुक्त है। जो सत्य स्थापित हमारे महापुरुषों ने किया उसे समझकर अंगीकार करने का काम यदि किसी ने किया तो महात्मा गांधी ने किया। गांधी जी की पूरी विचारधारा एक गंभीर विमर्श को, एक चिंतन को जन्म देती है जिसमें सभी अच्छों को अच्छाईयों के अपनाने की प्रेरणा मिलती है। भारत के राष्ट्रवाद में कबीर है, रसखान है, दादू है, तुलसी है, मीरा है, रैदास है, गुरु घासीदास है।