जयपुर. राजस्थान में मां के रिश्ते को कलंकित करने का मामला सामना आया है जिसे आप सुनेंगे तो दिल सहम जाएगा. दरअसल एक मां ने अपनी बेटी को 30 लाख से ज्यादा रूपये में 7 साले के अंदर तीन बार बेचा. पहली बार जब मां ने उसे बेचा तो लड़की केवल 9 साल की थी. नाबालिक अपने आप को बेचे जाने के डर से घर से भाग गई थी जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट उसकी मौसी ने बूंदी जिले के डबलाना थाने में दर्ज कराई थी. पुलिस ने लड़की का पता महाराष्ट्र से लगाया और बूंदी सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया गया. पुलिस इस घटना से अंजान थी इसलिए काउंसलिंग के बाद उसे मां को सौंप दिया था. किशोरी फिर से बेचे जाने के डर से अपने 4 साल के भाई लेकर फिर से घर से भाग गई. पुलिस ने जांच शुरू ही की थी कि नाबालिग खुद महाराष्ट्र के लकड़गंज थाने पहुंच गई और पुलिस को अपनी दर्दनाक कहानी सुनाई.
नाबालिक ने पुलिस को बताया कि उसकी मां ने एक ब्रोकर के साथ मिलकर उन्हें 9 साल की उम्र में पहली बार मुंबई में बेच दिया था. जिसके बाद मां ने बेटी का 20 लाख रुपये में सौदा किया. इसके बाद दलाल ने उसे देह शोषण में धकेल दिया था. किशोरी ने कहा कि उसे नशे के इंजेक्शन दिए जाते थे और एक दिन में 30 से 40 ग्राहकों के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जाता था. उसके बाद मां ने किशोरी को एक डांस बार में 10 लाख रुपये में बेच दिया. जहां सैकड़ों लोगों ने उसे ड्रग्स देकर यौन शोषण का शिकार बनाया. पीड़िता वहां से भागकर जब अपनी मां के पास पहुंची तो उसे तीसरी बार नागपुर में साड़ी की दुकान चलाने वाली महिला को 10 हजार रुपये में बेच दिया. किशोरी वहां एक ग्राहक की मदद से भाग निकली और उसी के साथ रहने लगी.
इस दौरान किशोरी की मौसी ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसके बाद बूंदी पुलिस ने किशोरी को महाराष्ट्र पुलिस की मदद से उसे ढूंढ निकाला. बूंदी सीडब्ल्यूसी की काउंसलिंग के बाद उसे उसकी मां को सौंप दिया गया. तभी नाबालिग ने सोचा कि उसकी मां पुनर्विवाह के नाम पर उसके साथ सौदा नहीं कर सकती और किशोरी फिर से अपने 4 साल के भाई को लेकर भाग गई. फिलहाल महाराष्ट्र पुलिस की मदद से मासूम को सीडब्ल्यूसी बूंदी के सुधार गृह में रखा गया है. लड़की के बयानों के आधार पर महाराष्ट्र पुलिस उसे बूंदी ले गई जहां मां समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. महाराष्ट्र पुलिस बूंदी और भीलवाड़ा जिलों में छापेमारी कर बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है.