5000 लड़कियों को जिस्मफरोशी में धकेल चुका था बांग्लादेशी मोमिन, 25 सालों से भारत में रह रहा था…फिर

इंदौर: मध्य प्रदेश की इंदौर पुलिस ने बहुत बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मानव तस्करी और जिस्मफरोशी में शामिल मोमिन नाम के एक बांग्लादेशी को उसके साथी बबलू के साथ अरेस्ट कर लिया है। मोमिन ने पुलिस के सामने 5000 से अधिक लड़कियों की खरीद-फरोख्त और उन्हें सेक्स रैकेट में धकेलने की बात कबूली है।

रिपोर्ट के अनुसार, ‘विजय कुमार’ के फर्जी नाम से रह रहा मोमिन लगभग 25 वर्ष पूर्व बांग्लादेश से भारत आया था, भारत में घुसने के बाद वो मुंबई के नाला सोपारा इलाके के तंग क्षेत्र में रहने लगा। फिलहाल, पूछताछ में उसने स्वीकार किया है कि मुंबई और सूरत जैसी जगहों पर दलालों की तादाद काफी अधिक थी। इसी वजह से उसने इंदौर को अपने धंधे का नया ठिकाना बनाने के प्रयास में लगा हुआ था, ताकि एक सप्लाई चेन बनाई जा सके। बांग्लादेशी दलाल की पत्नी अपने देश में समाज कल्याण के नाम पर एक NGO संचालित करती है, जिसकी आड़ में वो बांग्लादेश से भारत में लड़कियों की तस्करी करती थी। वो गरीब घर की लड़कियों को नौकरी दिलवाने के नाम पर भारत भेजती थी, लेकिन यहाँ पहुँचते ही उनकी मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया जाता था।

इंदौर के IG हरिनारायण मिश्रा चारी का कहना कि मुख्य आरोपित मोमिन ने 10 शादियाँ की हैं और इसके अलावा उसकी 100 गर्लफ्रेंड भी हैं। उसने इंदौर, धार, झाबुआ, अहमदाबाद, सूरत, जयपुर सहित देश के कई शहरों में सप्लाई चेन बना ली थी। जिस्मफरोशी की आड़ में वो नशीले पदार्थों की तस्करी भी कर रहा था। इंदौर की विजयनगर थाना पुलिस के अनुसार, गत वर्ष अक्टूबर 2020 में एक युवती ने पुलिस में शिकायत कर बताया था कि वो बांग्लादेश की निवासी है और उसे शबाना औऱ बख्तियार ने नाज़ायज़ तरीके से बॉर्डर पार करवाकर भारत में विजय (मोमिन) के हवाले किया था। इसके बाद से वह पुलिस की रडार पर था। उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने टीम बनाई थी। वो लगभग एक हफ्ते पहले मुंबई में था, मगर जैसे ही उसे पुलिस की कार्रवाई का पता चला तो वो इंदौर आ गया। हालाँकि, यहाँ विजयनगर पुलिस ने उसे पकड़ लिया।

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