छत्तीसगढ़ की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सालों के इंतज़ार के बाद पदोन्नति परीक्षा में बैठने का अवसर तो सरकार ने दिया, लेकिन आयु-सीमा में ऐसा पेंच फंसा रखा है कि पदोन्नति की उम्मीद में अपने जीवन का आधी अवधि गुजार चुकीं कई आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उस बहुप्रतीक्षित पदोन्नति परीक्षा में बैठ ही नही सकतीं। पढ़िए पूरी खबर- रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग ने हाल ही में सुपरवाइजर के 200 पदों पर भर्ती के लिए रिक्तियां जारी की है। इन कुल 200 पदों में से 50 पदों के विरूद्ध आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को अवसर दिया जाएगा। यानी भर्ती की परीक्षा को उत्तीर्ण करने वाली 50 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उन 50 सीटों पर नियुक्त होंगी। रिक्तियां जारी होने की खबर ने प्रदेश की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को खुश तो कर दिया था, लेकिन परीक्षा में शामिल होने के लिए आयु-सीमा सम्बंधी जो शर्तें तय की गई हैं, वह आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए निराशा का कारण बन गईं हैं। छत्तीसगढ़ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ की प्रांताध्यक्ष पद्मावती साहू ने इस संबंध में शासन को एक पत्र लिखकर मांग की है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को आयु सीमा में छूट का लाभ दिया जाए।
सुपरवाइजर भर्ती : आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए आयु-सीमा का पेंच, प्रांताध्यक्ष ने शासन को लिखा पत्र
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