प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी में ‘न्यू अर्बन इंडिया’ विषय पर आयोजित अखिल भारतीय मेयर सम्मेलन का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्धाटन किया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अखिल भारतीय मेयर सम्मेलन को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे देश में ज्यादातर शहर पारंपरिक शहर ही हैं, पारंपरिक तरीके से ही विकसित हुए हैं। आधुनिकीकरण के इस दौर में हमारे इन शहरों की प्राचीनता की भी उतनी ही अहमियत है। काशी में हो रहे अखिल भारतीय मेयर सम्मेलन कार्यक्रम को मैं कई संभावनाओं के साथ जोड़कर देख रहा हूं। एक ओर बनारस जैसा दुनिया का सबसे प्राचीन शहर का साथ और दूसरी ओर आधुनिक भारत के आधुनिक शहरों की रूपरेखा। देश में स्वच्छता अभियान चल रहा है जिसमें कई शहर स्वच्छ हुए हैं। बाकी शहर ये सोच कर न बैठें कि उन्हें स्वच्छता का इनाम नहीं मिलेगा और वो आंखें मूंद कर बैठ जाए। स्वच्छता को सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं बल्कि इसे अभियान की तरह लें।
आज जब पूरी दुनिया जल संकट की बात करती हो, जब पूरी दुनिया ग्लोबल वॉर्मिंग व क्लाइमेट चेंज की बात करती हो, ऐसे में हम अपनी नदियों का भी ध्यान नहीं रखते। लेकिन हमें अपने अपनी नदियों को बचाने के लिए प्रयास करने होंगे। काशी के गंगा घाट पर दुनियाभर के पर्यटक आते हैं। काशी की अर्थव्यवस्था को चलाने में माता गंगा का बहुत बड़ा योगदान है। हम सभी को अपने शहरों की नदी के प्रति एक संवेदनशील रवैया अपनाना होगा। हमें अपने शहर का जन्मदिन पता होना चाहिए। साथ ही मेरा शहर कैसा हो, इसके लिए भी काम करना होगा। इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है कि हम अपने शहर का हर वर्ष जन्मदिन मनाएं। हमें अपने शहर में हर वर्ष 7 दिन के लिए नदी उत्सव मनाना चाहिए। उसमें पूरे शहर को जोड़िए। उस उत्सव में नदी की सफाई व उसकी विशेषता पर फोकस किया जाए। हमारे शहरों में महापुरुषों की प्रतिमाएं लगी होती हैं। उन महात्माओं की मूर्ति को हम सिर्फ उनकी जयंती पर याद करते हैं। हमें ऐसा माहौल बनाना होगा कि हर दिन हम महापुरुषों की मूर्ति की सफाई करें और बच्चों को इसके लिए जागरुक करें। आपको तय करना चाहिए कि मेरे शहर की हर गली में हर बल्ब, एलईडी हो। इससे नगर पालिका, महानगर पालिका के बिजली का बिल काफी कम हो जाएगा और रोशनी भी अच्छी मिलेगी। हर घर में भी एलईडी बल्ब हो, इससे घरों में बिजली का बिल कम होगा।