Diwali 2019 : खरीदी के महामुहूर्त में सड़कों तक सजी दुकानें, ग्राहकों से रहा बाजार गुलजार

बिलासपुर,। खरीदी के महामुहूर्त धनतेरस पर शुक्रवार को बाजार में खासी भीड़ रही। वहीं सड़कों तक बाजार सजा रहा। देर रात्रि तक इस महामुहूर्त में बम्पर खरीदी के साथ मां लक्ष्मी कृपा बरसी। इससे करोड़ों का बाजार रहा। वहीं केले के पेड़, तोरण और रोशनी से बाजार की रौनक देखते ही बन रही थी।

धनतरेस पर सराफा के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल, रीयल इस्टेट, फर्नीचर, कपड़ा बाजार समेत बर्तन बाजार में जमकर बिक्री हुई। वहीं छूट और उपहार व लकी ड्रा से मिलने वाली उपहारों की सौगात से लोगों के चेहरे भी खिलते रहे। धनतेरस की वजह से सुबह से ही बाजार में रौनक थी।

पर शाम होते ही भीड़ देखते ही बन रही थी। इस महामुहूर्त में शुभता की कामना के साथ सभी ने खरीदारी की। गोलबाजार, सदरबाजार समेत शहर के प्रमुख बाजार में पैर रखने की भी जगह नहीं रही। इसके बाद भी लोग भीड़ की परवाह किए बिना ही पर्व की खुशी और शुभता की कामना से खरीदारी करते रहे।

शाम तक सस्ता हुआ सोना

धनतेरस पर सोने-चांदी की खरीदारी जमकर हुई। यह महिलाओं की पहली पसंद रही। सोने-चांदी के बर्तन और गणेश-लक्ष्मी प्रतिमा के साथ ही लाइट वेट ज्वेलरी, अंगूठी, मंगलसूत्र, चेन, चांदी के पायल की जमकर बिक्री रही। साथ ही सोने-चांदी के सिक्कों की मांग भी बनी रही।

बैंकों में मिलने वाले डिजीटल गोल्ड बॉन्ड भी लोगों ने पसंद किया। इसकी कीमत 3835 रुपए प्रति ग्राम है। वहीं सोना धनतरेस को अपने एक दिन पूर्व की कीमत में और दोपहर तक 39 हजार पांच सौ रुपये प्रति 10 ग्राम रही। लेकिन, शाम होते ही सोने में तीन सौ रुपये की गिरावट आई।

इससे लोगों के चेहरे पर खुशी रही। पारेख ज्वेलर्स के संचालक पंकज पारेख ने बताया कि शनिवार को वायदा बाजार के बंद रहने की वजह से सोमवार तक सोने की कीमत में स्थिरता की संभावना है। वहीं चांदी भी 46 हजार 800 रुपये किलो रही।

हजारों नई गाड़ियां दौड़ी सड़कों पर

धनतेरस के महामुहूर्त में टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर सेगमेंट में काफी रौनक थी। हजारों की संख्या में गाड़ियां शोरूम से निकलकर सड़कों पर दौड़ी। ऑटोमोबाइल सेक्टर में टू-व्हीलर में लगभग पांच हजार गाड़ियों की बिक्री हुई। वहीं फोर-व्हीलर में विभिन्न कंपनियों की लो रेंज से लेकर हाई रेंज की लगभग 2000 गाड़ियों की बिक्री हुई।

इसके अलावा ट्रैक्टर, ट्रक, ऑटो समेत अन्य कमर्शियल उपयोग की गाड़ियों की भी मांग बनी रही। सत्या ऑटोमोबाइल के सीनियर मैनेजर सेल्स जयप्रकाश थवाईत ने बताया कि उनके यहां पर्व के लिए 125 गाड़ियों की बुकिंग हुई है। गैलेक्सी मोटर्स के डायरेक्टर नितिन अग्रवाल ने बताया कि दोपहिया वाहनों में शहर में लगभग 2000 गाड़ियों की और आसपास के क्षेत्र को मिलाकर लगभग 5000 गाड़ियों की बिक्री हुई। इसके साथ ही ई-बाइक, ई-रिक्शा की भी बिक्री रही।

बर्तन बाजार में रही रौनक

लोगों ने शगुन के रूप में कांसे, पीतल, स्टील, तांबे के घरेलू उपयोग और पूजा के लिए उपयोग में होने वाले बर्तनों की जमकर खरीदारी की। इससे बर्तन दुकानों भीड़ देखते ही बन रही थी।

इलेक्ट्रानिक बाजार ऑफर से सजा

इलेक्ट्रानिक बाजार ऑफरों की सौगात के साथ देर शाम तक सजा रहा। लोगों ने धनतरेरस में ऑफरों का लाभ उठाते हुए टीवी, फ्रीज, वाशिंग मशीन, एसी, माइक्रोवेव ओवन समेत अन्य घरेलू उपकरणों की खरीदारी की। इसके साथ ही इनामी योजना का लाभ भी सभी को दोहरी खुशियां देता रहा। मोबाइल समेत अन्य उपकरणों की मांग रही। लोगों ने अपग्रेड मोबाइल पसंद कर खरीदारी करते रहे।

घर का सपना किया साकार

इस महामुहूर्त में लोगों ने अपने घरों के सपनों को साकार किया। वहीं कुछ लोगों ने प्लॉट की बुकिंग में भी रुचि ली। रीयल इस्टेट में भी कई ऑफर मिलने से लोगों में काफी खुशी रही। ऑफरों की सौगात से घर के सपनों को आकार मिला।

आसान फाइनेंस की सुविधा

इलेक्ट्रानिक समेत अन्य में आसान फाइनेंस की सुविधा मिलने से खरीदी भी आसान हुई। इसमें कंपनियों के पास जीरो इंट्रेस्ट स्कीम समेत अन्य सुविधाएं थीं, जिनका सभी ने लाभ उठाया।

घर को दिया नया रूप

फर्नीचर में आसान किस्त सुविधा का लाभ उठाते हुए लोगों ने नए और आकर्षक डिजाइन के फर्नीचरों की खरीदी की। साथ ही अपने घर को इससे नया रूप दिया।

त्रयोदशी तिथि में मना पर्व

धनतेरस का पर्व कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को पूर्ण तिथि योग में मनाया गया। शुक्रवार को त्रयोदशी तिथि शाम 4.03 बजे से शुरू हुई और शनिवार की शाम 3.48 बजे तक रहेगी। इससे त्रयोदशी तिथि में पूजन हुआ। पूजा-अर्चना के साथ ही लोगों ने सुख-समृद्घि व आरोग्य की कामना से धनवंतरि पूजन किया। वहीं शाम को कुबेर पूजन किया और 13 दीपों का दान किया। शाम होते ही सभी ओर रंग-बिरंगी रोशनी और दीपों की जगमगाहट से पर्व की खुशियां सजती रही।

धनतेरस में रहा 150 करोड़ का बाजार

ऑटोमोबाइल- 40 करोड़

रीयल इस्टेट- 35 करोड़

सराफा- 30 करोड़

इलेक्ट्रॉनिक-25 करोड़

बर्तन-तीन करोड़

कपड़ा- एक करोड़

अन्य एक करोड़

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *