बेमौसम बारिश से इन दिनों धान की फसल को भारी नुकसान पहुंच रहा है. बची खुची कसर कीट प्रकोप पूरा कर रहा है। किसान बारिश से फसल को बचाए या कीट प्रकोप से, उसे दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। बारिश से धान फसल जमीन पर गिर गई है, जो फसल अब भी खड़ी स्थिति में है, उसमें कीट प्रकोप है। धान की फसल में भुरा माहो, कटवा 12 घंटे में फसल को चौपट कर रहे हैं। गौरतलब है कि विकासखंड में इस बार अच्छी बारिश से फसल भी अच्छी थी मगर पिछले आठ दिनों से बेमौसम बारिश से क्षेत्र के किसान फसलों पर बीमारी से परेशान हैं। फसलों में बीमारी हो जाने से किसानों की कमर तोड़ कर रख दिया है। फसल में भूरा माहो के प्रकोप लगने की धान की फसल दिन ब दिन चौपट होती जा रही है। सब्जी उत्पादकों पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। ज्यादापानी गिरने से सब्जी फसल भी खराब हो रही है। बारिश का असर सबसे ज्यादा धान पर पड़ रहा है। किसान धरम सिंह, पतिराम, प्रदीप ने बताया कि धान की फसल में माहो के छोटे-छोटे पौधों में बैठने के 12 घंटे में फसल को नष्ट कर दे रहे हैं। कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव भी कोई असर नहीं हो रहा है। मौजूदा हालत में क्या करें क्या न करें कुछ समझ नहीं आ रहा है जैसा कि इस वर्ष अंचल में फसल अच्छी थी पर फसल के अंतिम चरण में कीट पर हमला से अच्छी फसल होने की उम्मीद पर पानी फिर गया।
अच्छी फसल पर बारिश ने फेरा पानी, कीट प्रकोप भी बढ़ा
