धान खरीदी मुद्दे पर सीएम भूपेश बघेल को राज्यपाल अनुसुईया उइके का समर्थन, लिखा केंद्र को पत्र

रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में होने वाले धान खरीदी (Paddy Purchase) को लेकर धमासान मचा हुआ है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) के खत का केंद्र से जवाब आने के बाद धान खरीदी पर संकट मंडराने लगा है. अब धान खरीदी के मुद्दे में राज्यपाल अनुसुईया उइके (Governor Anusuiya Uikey) ने भी सीएम भूपेश बघेल का समर्थन कर दिया है. राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को एक चिट्ठी लिखी है. इसमे गवर्नर ने धान खरीदी के मुद्दे पर सहानुभूति पूर्वक विचार किए जाने का अनुरोध केंद्र से किया है. बता दें कि मुख्यमंत्री सीएम भूपेश बघेल ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिख कर 2500 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर खरीदी किए जाने की अनुमति मांगी थी. साथ ही सेंट्रल पूल में 32 लाख मीट्रिक टन चावल उपार्जित करने की भी मांग केंद्र से की थी.

केंद्र सरकार ने कही थी ये बात

बता दें कि केंद्र सरकार ने rajya को लिखे पत्र में कहा है कि अगर राज्य सरकार बोनस देती है, तो केंद्र चावल की खरीदी नहीं करेगा. इसके बाद प्रदेश में धान खरीदी पर संकट की आशंका जताई जा रही है. इस साल राज्य सरकार ने 85 लाख मैट्रिक टन से ज्यादा धान खरीदी का लक्ष्य रखा है. पिछ्ले साल तक केंद्र सरकार 24 लाख मैट्रिक टन चावल खरीद रही थी, जिसे इस बार बढ़ाकर 32 लाख मैट्रिक टन खरीदी की मांग राज्य सरकार केंद्र से कर रही है. सीएम भूपेश बघेल ने इस संबंध में पीएम को एक पत्र भी लिखा था.

सीएम भूपेश बघेल ने कहा  

इस मसले पर सीएम भूपेश बघेल का कहना है कि प्रदेश में 15 नवम्बर से dhan kharidi की तैयारी पूरी हो चुकी है. 05 जुलाई को पीएम को पत्र लिखा था. सितम्बर माह में केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान से मुलाकात किया था. हमने केंद्र से धान खरीदी का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र बोनस देने वाले राज्यों से धान खरीदी नहीं करने का नियम बनाई है, लेकिन दो सालों से केंद्र ने नियम को शिथिल किया गया था. इस साल भी नियम शिथिल करने का हमने आग्रह किया है. मगर अब तक केंद्र ने अनुमति नहीं दी है.

सीएम भूपेश बघेल ने धान खरीदी के किए राज्यपाल अनुसुईया उइके का आभार जताया है. उन्होंने कहा कि धान खरीदी के सिलसिले में मैं फिर से पीएम मोदी से मिलने की कोशिश करूंगा. साथ ही सीएम बघेल ने सभी मंत्री-विधायक, सांसदों को केंद्र को पत्र लिखने आग्रह भी किया है.

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