छत्तीसगढ़ में इस साल 10 फीसद अधिक बारिश, ठंड भी कड़ाके की पड़ेगी

रायपुर,  इस साल प्रदेश में इंद्र देवता की खासी मेहरबानी रही। मौसम विभाग की जारी रिपोर्ट के मुताबिक 2019 के मानसूनी चार महीने में छत्तीसगढ़ में औसत से 10 फीसद अधिक बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में बारिश का औसत आंकड़ा 1124 मिमी है, जबकि इस साल 1250 मिमी बारिश दर्ज हुई। सर्वाधिक बारिश बस्तर संभाग में हुई। यही कारण है कि इस साल कड़ाके की ठंड पड़ेगी। आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2009 से 2018 तक नवंबर में न्यूनतम तापमान 17 डिग्री पहुंचा। इन 10 सालों में 15 नवंबर के बाद तापमान गिरा है, इस साल 10 नवंबर के बाद तापमान में गिरावट का पूर्वानुमान है।

बीते 24 घंटे में प्रदेश के न्यूनतम तापमान में दो डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है, यानी रात सर्द होनी शुरू हो चुकी है। अंबिकापुर, पेंड्रा में तापमान अभी से 17 डिग्री जा पहुंचा है। 8-9 नवंबर को ‘बुलबुल’ तूफान आ रहा है। इस दौरान पारा चढ़ेगा, उसके बाद गिरना शुरू होगा।

अगस्त-सितंबर में 70 फीसद बारिश

मानसून 12 दिन देरी से छत्तीसगढ़ पहुंचा। जुलाई में बहुत ज्यादा बारिश नहीं हुई। बारिश न होने से सरकार, किसान सब चिंतित थे। अगस्त की शुरुआत में भी बहुत ज्यादा बारिश के आसार नहीं थे, लेकिन अगस्त के अंत से बारिश ने जो रफ्तार पकड़ी सितंबर तक जमकर बादल बरसे। इन्हीं दो महीने में 70 फीसद बारिश दर्ज की गई। 31 सितंबर तक मानसूनी बारिश मानी जाती है।

बीजापुर में सर्वाधिक बारिश

बीजापुर में सर्वाधिक बारिश हुई, बीते कई साल का रिकॉर्ड टूटा। यहां औसत बारिश का आंकड़ा 2229 मिमी है, जबकि 2747.7 मिमी बारिश हुई। रायपुर में 998.5 मिमी औसत आंकड़े की तुलना में 862.2 मिमी बारिश हुई, यानी कम रही।

केंद्रीय मौसम विज्ञान विभाग ने 96 से 104 फीसद बारिश का पूर्वानुमान दिया था, जो करीब-करीब सटीक रहा। अच्छी बारिश हुई है तो ठंड भी अच्छी पड़ेगी। अभी तापमान गिरेगा, फिर ‘बुलबुल’ आने पर बढ़ेगा, 10 नवंबर के बाद फिर गिरना शुरू होगा।

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