रायपुर
धार्मिक ग्रंथ का अध्ययन कर सूक्ष्म रहस्यों को ग्रहण करें
तत्कालीन परिस्थिति के हिसाब से ग्रंथों को लिखा गया है
किसी भी ग्रंथ को जैसा लिखा है वैसा ही ग्रहण नहीं करना चाहिए
उसके मूल तत्व को समझना चाहिए ऐसा विनोबा भावे जी ने कहा है
सोशल मीडिया के माध्यम से सतही तौर पर विवेचना की जाती है