लखनऊ. अपने ‘घरेलू’ मैदान पर वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ पहली क्रिकेट श्रंखला खेलने जा रही जज्बे के धनी अफगानिस्तान (Afghanistan) की टीम अनुभव और उपलब्धियों के मामले में भी अपने प्रतिद्वंद्वी से आगे है. आंकड़े इसकी तस्दीक करते हैं.
नवाबों के शहर लखनऊ (Lucknow) के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम (Atal Bihari Vajpayee Ikana Stadium) में अफगान टीम वेस्टइंडीज (West Indies) के खिलाफ एकदिवसीय (Oneday) और टी-20 मैचों (T20 Match) श्रंखला के साथ-साथ एक टेस्ट भी खेलेगी. एकदिवसीय श्रंखला का पहला मुकाबला आगामी छह नवम्बर को खेला जाएगा. अपने जज्बे के लिये पहचानी जाने वाली अफगान टीम (Afghanistan) विश्व क्रिकेट के लिये भले ही ज्यादा पुरानी न हो लेकिन रिकॉर्ड पर नजर डालें तो वह मौजूदा विंडीज (West Indies) टीम से कई मायनों में बेहतर है.
वेस्टइंडीज से मजबूत दिखती है अफगान टीम
एकदिवसीय मैचों की श्रंखला के लिये चुनी गयी दोनों टीमों की तुलना करें तो अफगान टीम ज्यादा अनुभवी है. उसके खिलाडि़यों ने कुल 634 वनडे मुकाबले खेले हैं. जबकि कैरेबियाई टीम ने 448 मैच में हिस्सा लिया है. विंडीज ने इतने मैच खेलकर 10468 रन बनाये और 250 विकेट लिये हैं. दूसरी ओर, अफगान टीम ने 12409 रन बनाये हैं और 416 विकेट झटके हैं.
आंकड़ों से अफगान टीम की गेंदबाजी की मजबूती का भी अंदाजा लगाया जा सकता है. उसके पास कप्तान राशिद खान (68 मैचों में 131 विकेट) के रूप में विश्वस्तरीय लेग स्पिनर है. वहीं उनकी मदद के लिये मोहम्मद नबी (121 मैचों में 128 विकेट) और मुजीब उर्रहमान (37 मैचों में 58 विकेट) जैसे बेहतरीन फिरकी गेंदबाज भी मौजूद हैं.
वेस्टइंडीज की टीम में अनुभव की कमी
दूसरी ओर, वेस्टइंडीज की टीम में जेसन होल्डर (107 मैचों में 130 विकेट) के अलावा उल्लेखनीय रिकॉर्ड वाला और कोई अनुभवी गेंदबाज नहीं है. होल्डर के बाद कप्तान काइरन पोलार्ड ही ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने 101 वनडे मुकाबलों में 50 विकेट लिये हैं. वह भी लगभग तीन साल बाद कोई वनडे मैच खेलेंगे. टीम में शेल्डन कॉटरेल, कीमो पॉल, रोस्टन चेज और अल्जारी जोसेफ के रूप में गेंदबाज मौजूद हैं लेकिन उन्हें खास अनुभव नहीं है.
अफगान टीम में हरफनमौला खिलाडि़यों की भरमार है, जो उसे विंडीज टीम पर बढ़त दिलाती है. मोहम्मद नबी विशुद्ध ऑल राउंडर हैं. इसके अलावा गुलबदीन नईब, मुजीब उर्रहमान और खुद कप्तान राशिद खान भी गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी भी कर सकते हैं. वहीं दूसरी ओर विंडीज इस मामले में खासी कमजोर दिखती है. होल्डर को छोड़कर उसके पास एक भी स्तरीय ऑलराउंडर नहीं है.
शाई होप और हेटमायर पर निर्भर
हालांकि बल्लेबाजी के व्यक्तिगत रिकॉर्ड में विंडीज की टीम बेहतर है. इस टीम के प्रमुख बल्लेबाजों में शामिल विकेटकीपर शाई होप छह वनडे शतक लगा चुके हैं. इसके अलावा शिमरोन हेटमेयर चार और पोलार्ड तीन शतक जड़ चुके हैं. दूसरी ओर, अफगान टीम की तरफ से रहमत शाह ने चार शतक लगाये हैं. वहीं, असगर अफगान, मोहम्मद नबी और नजीबउल्ला जदरान ने एक-एक सैकड़ा जमाया है.
सीरीज में जिन अन्य खिलाडि़यों के प्रदर्शन पर नजर होगी, उनमें अफगान क्रिकेटरों में जावेद अहमदी, हजरतुल्ला ज़ज़ई, गुलबदीन नईब और इकराम अलीखिल शामिल हैं. वहीं, कैरेबियाई टीम के एविन लेविस और सुनील अम्ब्रिस के प्रदर्शन पर खास निगाह होगी.
अफगानिस्तान का घरेलू मैदान है इकाना स्टेडियम
लखनऊ का अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सीरीज की मेजबानी करने जा रहा है. पिछले साल यहां भारत और वेस्टइंडीज के बीच टी-20 मैच के रूप में पहला अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेला गया था. अफगानिस्तान ने इसे अपना ‘घरेलू’ मैदान बनाया है. अफगान और विंडीज की टीमें पिछले कई दिनों से इकाना स्टेडियम में अभ्यास कर रही हैं.