पेठा को विंटर मेलन क्यों कहा जाता है? पेठा को विंटर मेलन कहने के पीछे दो कारण हो सकते हैं। पहला यह कि शरीर को ठंडक पहुंचाने के लिए पेठा बहुत ज्यादा असरदार है। दूसरा यह कि इसकी खेती पतझड़ तक की जा सकती है और इसे 3-4 महीने स्टोर करके सर्दियों तक खाया जा सकता है। लेकिन सर्दियों में पेठा की सब्जी खाते हुए सावधान रहना जरूरी है। क्योंकि पोषण से भरपूर होने के बाद भी यह कुछ बीमारियां पैदा कर सकता है।
पेठा खाने से हो सकती हैं ये बीमारी
आयुर्वेद का कहना है कि चूंकि सफेद कद्दू में सुपर कूलिंग प्रोपर्टीज होती हैं, इसलिए इसका सेवन करने से जोड़ों में दर्द, ब्लॉक साइनस, खांसी, जुकाम, पेट फूलना, पेट भारी होना और भूख में कमी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
सर्दियों में ये लोग रहें दूर
इसलिए जिन लोगों को जोड़ों में दर्द, पहले से खराब पाचन या खांसी-जुकाम की दिक्कत रहती है, उन लोगों को सर्दियों में इसका सेवन करने से बचना चाहिए। अगर आप सेवन करना ही चाहते हैं, तो नियंत्रित मात्रा में या किसी डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही करें।
पेठा में होते हैं ये 12 गुण
आयरन
कैल्शियम
फॉस्फोरस
जिंक
मैग्नीशियम
कॉपर
मैंगनीज
नियासिन (विटामिन बी3)
थियामिन
विटामिन सी
राइबोफ्लेविन
फाइबर
पेठा खाने के 7 फायदे
एनर्जी बढ़ती है
गट हेल्थ को सही रखता है
वजन घटाने में लाभदायक
शरीर की गर्मी खत्म करने वाला
यूरिनरी इंफेक्शन में फायदेमंद
किडनी स्टोन से राहत देता है
याददाश्त सुधारता है