जन समस्या निवारण शिविर की जगह अब जन चौपाल
नशा मुक्ति केन्द्र की स्थापना के लिए कार्रवाई करने के निर्देश
स्थानीय निकायों में बनेंगी जैव विविधता प्रबंधन समितियां
तीन दिवसीय मोहारा मेला 11 नवम्बर से: सभी तैयारियां समय पर पूरी हो
राजनांदगांव 05 नवम्बर 2019
कलेक्टर श्री जयप्रकाश मौर्य की अध्यक्षता में आज समय-सीमा बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर श्री मौर्य ने बैठक में पहले विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। इसके बाद मुख्यमंत्री जनचौपाल, कलेक्टर जनचौपाल, मंत्रियों से प्राप्त पत्रों और जन शिकायत निवारण के तहत प्राप्त आवेदनों के निराकरण की समीक्षा की। बैठक में अपर कलेक्टर श्री ओंकार यदु, वन मंडलाधिकारी राजनांदगांव श्री बीपी सिंह, वन मंडलाधिकारी खैरागढ़ श्री रामअवतार दुबे, नगर निगम राजनांदगांव के आयुक्त श्री चंद्रकांत कौशिक सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, एसडीएम, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, नगरीय निकायों के अधिकारी उपस्थित थे।
300 नये गौठान बनाने की तैयारी शुरू-
कलेक्टर श्री मौर्य ने बैठक में बताया कि राज्य शासन द्वारा द्वितीय चरण में जिले में 300 नए गौठान विकसित करने का लक्ष्य दिया गया है। श्री मौर्य ने नए गौठानों के लिए जल्द से जल्द जगह चिन्हित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गौठानों में जरूरी निर्माण कार्य के लिए प्रस्ताव भी साथ-साथ बनाया जाए।
नरवा योजना में तकनीकी पहलुओं पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश-
कलेक्टर श्री मौर्य ने बताया कि नरवा योजना के तहत 10 डीपीआर स्वीकृत हो गए हैं। नरवा योजना के मूल उद्देश्यों के अनुरूप ही जरूरी स्टक्चर बनाने के लिए तकनीकी पहलुओं पर विशेष ध्यान रखा जाए। प्राकृतिक नालों को पुनर्जीवित करने, भू-जल स्तर बढ़ाने तथा बाड़ी विकास योजना के लिए नरवा योजना महत्वपूर्ण साबित होगी। श्री मौर्य ने स्वीकृत डीपीआर में 20 नवम्बर से कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
जन समस्या निवारण शिविर की जगह अब जन चौपाल शिविर-
कलेक्टर श्री मौर्य ने बैठक में बताया कि राज्य शासन द्वारा जन समस्या निवारण शिविर की जगह जन चौपाल शिविर लगाने के निर्देश दिए गए है। हर 15 दिन में एक शिविर लगाए जाएंगे। शिविर के लिए 15 से 20 ग्राम पंचायतों का कलस्टर बनाए जाएं। श्री मौर्य ने अधिकारियों को इसके लिए कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। श्री मौर्य ने कहा कि शिविर की तिथियों के संबंध में गांवों में मुनादी कराकर ग्राम पंचायत सचिवों द्वारा आवेदन लिए जाएंगे। शिविरों के लिए राजस्व रिकार्ड के दुरूस्तीकरण, पेयजल व्यवस्था, शिक्षा व्यवस्था, आंगनबाड़ी, विद्युत कनेक्शन आदि से संबंधित आवेदन लिए जाएंगे। आबादी पट्टा, वनाधिकार पट्टा, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना, रोजगार, पुल-पुलियों की मांग के साथ अन्य मांगों से संबंधित आवेदन नहीं लिए जाएंगे। शिविर से पहले आवेदनों का निराकरण अनिवार्य रूप से कर लिया जाना है। शिविरों में आवेदनों के निराकरण की स्थिति को पढ़कर सुनाया जाएगा। श्री मौर्य ने कहा कि शिविरों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, स्कूलों के प्रधानपाठकों, पटवारियों और रोजगार सहायकों की अनिवार्य रूप से उपस्थिति रहेगी। श्री मौर्य ने कहा कि शिविरों में स्वास्थ्य विभाग और पशु चिकित्सा विभाग की ओर से कैम्प लगाएं जाएंगे। हितग्राही मूलक योजनाओं के तहत सामग्री का वितरण शिविरों में किया जाएगा।
नशा मुक्ति केन्द्र की स्थापना के लिए कार्रवाई करने के निर्देश –
कलेक्टर श्री मौर्य ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सभी जिलों में नशा मुक्ति केन्द्र की स्थापना करने तथा नशे के दुष्परिणामों के प्रति आम लोगों में जागरूकता लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने दुष्परिणामों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने भी कहा है। जन स्वास्थ्य के लिए नशा मुक्ति अभियान चालू करने तथा आवश्यकतानुसार विधिक एवं कानूनी कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया है। श्री मौर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश के परिपालन में नशा मुक्ति केन्द्र की स्थापना के लिए कार्रवाई की जाए।
मोहारा कार्तिक पुन्नी मेले की तैयारियां भी शुरू –
कलेक्टर श्री मौर्य ने 11 से 13 नवम्बर तक तीन दिवसीय मोहारा कार्तिक पुन्नी मेले के सफल आयोजन के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेले के लिए बेरिकेटिंग, पानी, बिजली, साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था समय से पूरी कर ली जाए। श्री मौर्य ने अधिकारियों को मेला स्थल पर तैयारियों के सिलसिले में बैठक रखने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मेला स्थल पर फायर बिग्रेड के साथ शिवनाथ नदी के स्नान घाटो पर तैराकों और नगर सेना के जवानों की तैनाती की जाए।
सभी स्थानीय निकायों में जैव विविधता प्रबंधन समिति होगी गठित –
वन मंडलाधिकारी राजनांदगांव श्री बीपी सिंह ने बैठक में बताया कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशानुसार सभी स्थानीय निकायों- ग्राम पंचायतों, जनपद पंचायतों, जिला पंचायतों, नगर पंचायतों, नगर पालिकाओं और नगर निगमों में जैव विविधता प्रबंधन समिति गठित की जानी है। उन्होंने बैठक में समिति गठित करने के उद्देश्यों, समिति गठित करने की प्रक्रिया और समिति के कर्तव्यों के बारे में विस्तार से बताया। श्री सिंह ने बताया कि जिले में 100 ग्राम पंचायतों में समितियां गठित कर ली गई है। उन्होंने कहा कि सभी स्थानीय निकायों में समितियां गठित करने की कार्रवाई तत्काल शुरू की जाए।
कलेक्टर श्री मौर्य ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, ई-कोर्ट, लोक सेवा गारंटी अधिनियम, भू-अर्जन मुआवजा वितरण, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, 7वीं आर्थिक गणना की प्रगति समीक्षा की। श्री मौर्य ने 7वीं आर्थिक गणना में प्रगति लाने अधिकारियों को पूरी गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में चौकी-चिल्हाटी-कोरचाटोला सड़क एक साल में ही खराब होने की शिकायत पर अधिकारियों से चर्चा करते हुए एसडीएम और विभागीय अधिकारियों की टीम बनाकर जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।