बिलासपुर । गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल के बाल वैज्ञानिकों द्वारा बनाए गए प्रोजेक्ट अटल कृषि मित्र की धमक रायसीना हिल्स स्थित राष्ट्रपति भवन तक पहुंच गई है। 14 नवंबर को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व नीति आयोग के चुनिंदा वैज्ञानिकों की मौजूदगी में बाल वैज्ञानिक भविष्य में होने वाली खेती का संदेश देते हुए रोबोट के जरिए कैसे खेती की जाती है इसका प्रदर्शन करेंगे ।
किसान की जगह रोबोट खेत की जुताई करेगा,खेत में बीज डालेगा यही नहीं बीमारी आने पर फसलों में दवा का छिड़काव करेगा । फसल जब पककर तैयार हो जाएगी तो रोबोट फसल की कटाई और मिसाई भी करेगा। जाहिर है किसान स्मार्ट बनेंगे और स्मार्ट खेती भी करेंगे।
स्मार्ट रोबोटिक किसान को बाल वैज्ञानिकों ने पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित करते हुए इसका नाम अटल कृषि मित्र रखा है। समय के साथ-साथ अब कृषि के परंपरागत तरीकों में बदलाव भी होगा।
बीते महीने राजधानी दिल्ली में आयोजित इंटरनेशनल रोबोटिक चैम्पियनशिप में अटल कृषि मित्र ने बाजी मारी थी। देशभर में इस आविष्कार को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था। मंगलवार को नीति आयोग ने डॉ.धनंजय पांडेय को ईमेल भेजकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा अटल कृषि यंत्र को देखने की इच्छा जाहिर करने की जानकारी देते हुए तीनों बाल वैज्ञानिकों योगेश दास मानिकपुरी,मनीष यादव व निखिल प्रजापति के साथ डॉ.पांडेय को राष्ट्रपति भवन पहुंचने कहा है।
पत्र में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि प्रोजेक्ट के प्रदर्शन के दैरान राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ नीति आयोग के आला अधिकारियों व चुनिंदा वैज्ञानिकों की मौजूदगी भी रहेगी । लिहाजा पूरी तैयारी के साथ आने की हिदायत दी गई है।
एक घंटे में दो एकड़ खेत की जुताई
स्मार्ट रोबोट एक घंटे में दो एकड़ की आसानी के साथ जुताई कर सकता है। जुताई के दौरान यह एक सिरे से मिट्टी को पलटते भी जाता है। आठ से 10 घंटे चार्ज करने पर दो से ढाई एकड़ की जुताई रोबोट आराम से कर देता है। बैटरी की जगह इसमें एक और बड़ा बदलाव किया जा रहा है। अब यह सोलर पैनल से खेती करेगा। सोलर पैनल लगने के बाद खर्च में भी और भी कटौती हो जाएगी।
रोबोट में सामान जो लगाए गए हैं
बाल वैज्ञानिक योगेश मानिकपुरी,मनीष यादव व निखिल प्रजापति ने बताया कि स्मार्ट रोबोट किसान में चार डीसी मोटर,दो चेनस्पॉकिट,छह मोटर,दो माइक्रो प्रोसेसर व 20 किलोग्राम मोटी पाइप लगाया गया है। खेत की जुताई के वक्त मास्टर स्लेब व रोबोट को सामानांतर जोड़ा जाता है। इसके बाद इसे चालू कर दिया जाता है।
इनका कहना है