नई दिल्ली. प्याज की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) ने बुधवार को बैठक की. प्याज की बढ़ रही इन कीमतों को काबू करने के लिए सरकार हर कदम उठाने की कोशिश कर रही है. रामविलास पासवान ने इस बैठक में प्याज की बढ़ी कीमतों के कारण और इसे जल्द नियंत्रित करने के उपायों की समीक्षा की. इस बैठक में सचिव, उपभोक्ता मामले और सचिव, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण शामिल हुए. उन्होंने बताया कि खरीफ की बुवाई में देरी के कारण प्याज की नई फसल बाजार में देर से पहुंच रही है.
इस बैठक में जानकारी मिली कि प्याज उत्पादक राज्यों, खासकर महाराष्ट्र (Maharashtra) और कर्नाटक (Karnataka) में अधिक बारिश के कारण फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. प्याज की ढुलाई में भी परेशानी आ रही है. सरकार अपने बफर स्टॉक से लगातार प्याज की आपूर्ति कर रही है.
इन देशों से मंगाया जा रहा है प्याज
रामविलास पासवान ने ट्वीट कर बताया कि- सरकार ने इसे रोकने के लिए बाजार में प्याज की आपूर्ति बढ़ाने के लिए इजिप्ट, टर्की, ईरान और अफगानिस्तान से प्याज आयात करने की प्रक्रिया जारी है. विदेश और कृषि मंत्रालय से अनुरोध किया गया है कि इन देशों से बात कर निजी कंपनियों को प्याज के आयात की सुविधा उपलब्ध कराएं.
उन्होंने यह भी कहा कि प्याज की जमाखोरी पर कड़ी नजर रखी जा रही है. बहुत जल्द बाजार में नये और आयातित प्याज की आपूर्ति बड़ी तादाद में शुरू हो जाएगी, जिससे कीमतें तेजी से नीचे आएंगी. मीडिया और आमलोग भी, कीमतों को कैसे कम किया जाए, इसपर अपने सुझाव सोशल मीडिया या Consumer App के जरिए हमें दे सकते हैं.
देश भर में कीमतें बढ़ीं
दिल्ली ही नहीं बल्कि देशभर के अन्य क्षेत्रों में भी प्याज की कीमतें बहुत अधिक हैं. हालांकि दिल्ली में, प्याज “राजनीतिक रूप से संवेदनशील” वस्तु रही है. सहकारी संस्था नेफेड के बफर स्टॉक से आपूर्ति करने से दिल्ली में प्याज की उपलब्धता सुधर रही है.
मदर डेयरी दिल्ली-एनसीआर में 400 से अधिक सफल बिक्री केन्द्रों के माध्यम से बफर स्टॉक से 23.90 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज बेच रही है. हालांकि, कुछ केंद्रों पर प्याज का स्टॉक खत्म हो गया है और ग्राहकों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है.