हाल के दिनों में गाजर का नाम खासा चर्चा में है और इसकी खास वजह है केन्द्रीय मंत्री हर्षवर्धन के द्वारा किया गया ट्विट जिसमें उन्होंने प्रदूषण से बचने के लिए गाजर खाने की सलाह दे डाली. इस सलाह के बाद हर्षवर्धन खासे विवाद में घिरे दिखे लेकिन उनकी सलाह में जिस गाजर का नाम लिया गया है आइए जानते हैं क्या हैं उसके फायदे.
हृदय रोग और ब्लड प्रेशर से लड़ने में लाभदायक
गाजर में मौजूद बीटा केरोटीन, अल्फा केरोटीन और लूटीन एंटी ऑक्सीडेंट का काम करती है जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखने में कारगर रहता है. ज़ाहिर है खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने में सहायक ऐंटी ऑक्सीडेंट हृदय की सेहत को ठीक रखने में काफी सहायक होता है इसलिए दिल की बीमारी से ग्रसित लोगों को गाजर का सेवन कच्चा या भून कर करते हुए देखा जा सकता है. इतना ही नहीं गाजर में मौजूद मिनरल्स पोटाशियम ब्लड प्रेशर (रक्तचाप) को बढ़ने और घटने से नियंत्रित करता है. इसलिए लाइफ स्टाइल डीजीज में प्रमुखता से लोगों को परेशान करने वाला बल्डप्रेशर को नियंत्रित रखने में गाजर का सेवन काफी अहम किरदार निभाता है. यही वजह है प्रदूषण से लड़ने के लिए शरीर में एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा भरपूर हो जिससे उससे होने वाले असर में एक उच्च रक्तचाप, दिल की बीमारी भी है उससे लड़ने में गाजर का सेवन काफी मददगार हो सकता है.
कैंसर से लड़ने में मददगार है गाजर
एंटी ऑक्सीडेंट कारसिनोजेनिक सेल को मारने में कारगर होता है और गाजर में एंटीऑक्सीडेंट की प्रचूर मात्रा शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी सहायक होती है. गाजर में मौदूट कैरीटीन्वॉइड की मात्रा शरीर की प्रतिरोधक क्षमता (immunity) को इस कदर बढ़ा देती है कि कैंसर सेल अपने ग्रोथ को आगे बढ़ाने में सफल नहीं हो पाता है. इसलिए कहा जाता है कि प्रदूषण की वजह से शरीर में पाए जाने वाले कारसिनोजन(carcinogen) को खत्म करने में बेहद कारगर साबित होता है. इतना ही नहीं गाजर में मौजूद बीटा कैरोटीन ब्रेस्ट कैंसर और प्रॉस्ट्रेट कैंसर से लड़ने में भी मददगार होता है.