रायपुर
एसोसिएशन आफ हैल्थकेयर प्रोवाइडर्स का दसवां ग्लोबल कॉन्क्लेव 10 व 11 फरवरी को जयपुर के सीतापुरा स्थित महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी आॅफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी में आयोजित किया जा रहा है। इस कॉन्क्लेव का थीम स्वास्थ्य प्रणाली में मरीज के उच्चतम स्वास्थ्य के लिए आधुनिक तकनीक और किफायत का महत्व है। इस 2 दिवसीय कॉन्क्लेव में 500 से भी ज्यादा स्वास्थ्य विशेषज्ञों के शामिल होने की संभावना है जिनमें भारत के अस्पताल, नर्सिंग और फामेर्सी इंस्टीटूट्यस के साथ ही विदेशी डेलिगेट भी शामिल होंगे।
एएचपीआई छत्तीसगढ़ से प्रदेश अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता और सचिव अतुल सिंघानिया छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस कॉन्क्लेव में भारत सहित आसपास के देशों के लोगों के स्वास्थ्य सेवाओं पर राष्ट्रीय दृष्ट्रिकोण, मुख्य बीमारियों से राष्ट्रीय संसाधनों पर पड?े वाले असर, स्वास्थ्य सेवाओं में मानव संसाधनों की चुनौतियाँ, अस्पतालों की सेवाओं में उत्कृष्टता और टेक्नोलॉजी का उपयोग, स्वास्थ्य सुविधाओं में क़्वालिटी और मरीज की सुरक्षा में अनुशासित संस्कृति का विकास, स्वास्थ्य सेवाओं को आर्थिक और भौगौलिक पहुँच में लाना, स्वास्थ्य सेवाओं में राष्ट्र कल्याण को सशक्त बनाने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अलग अलग सत्रों में चर्चा होगी।
इस कांफ्रेंस में प्रख्यात वक्ता और चेयरपर्सन के रूप में नारायणा हेल्थ के चेयरमैन डॉ. देवी शेट्टी, नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. बसंत गर्ग (आईएएस), आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शरद कुमार अग्रवाल, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एस.एस. अग्रवाल, प्रिस्टीन केयर के को फाउंडर डॉ. वैभव कपूर, हिंदुजा हॉस्पिटल मुंबई के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गौतम खन्ना, देश के अस्पतालों की गुणवत्ता निर्धारित करने वाली राष्ट्रीय संस्था – एनएबीएच के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. अतुल मोहन कोच्चर समेत कई ख्याति प्राप्त हस्तियां शामिल होंगी।
एएचपीआई छत्तीसगढ़ चैपटर के सचिव अतुल सिंघानिया ने बताया कि इस अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में छत्तीसगढ़ चैपटर के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता द्वारा स्वास्थ्य का अर्थशास्त्र – स्वास्थ्य सेवा को किफायती और विश्वसनीय बनाना पर सेशन को चेयर किया जाएगा। डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि एएचपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अलेक्जेंडर थॉमस और राष्ट्रीय डायरेक्टर जनरल डॉ. गिरिधर ज्ञानी के नेतृत्व में एएचपीआई ने पिछले कई वर्षों से स्वास्थ्य क्षेत्र की नीति निर्धारण में विश्वसनीय एवं अग्रणी भूमिका निभाई है। डॉ. गुप्ता ने कहा कि इस अंतर्राष्ट्रीय कॉन्क्लेव को सफल बनाने में छत्तीसगढ़ के भी स्वास्थ्य संस्थाओं ने अपना सक्रिय योगदान दिया है जिसके लिए डॉ. गुप्ता ने सभी संस्थाओं का आभार व्यक्त किया है।