नई दिल्ली
Apple की तरफ से iPhone 15 सीरीज के स्मार्टफोन में यूएसबी टाइप सी चार्जिंग सपोर्ट देने का ऐलान कर दिया है। हालांकि इसी के साथ Apple ने एक ऐसा खेल कर दिया है, जिससे iPhone यूजर्स नाराज हो गए हैं। दरअसल यूरोपीय देशो में लंबे विवाद के बाद Apple पर दबाव बनाया गया कि वो अपने स्मार्टफोन के साथ एक कॉमन USB टाइप सी पोर्ट दें। यूरोपीय यूनियन के बाद भारत से भी कॉमन चार्जर का नियम बनाने पर जोर दिया। ऐसे में Apple पर अपने स्मार्टफोन के साथ USB टाइप सी चार्जिंग सपोर्ट देने का दबाव बढ़ा, तो ऐपल ने मजबूरी में ऐलान कर दिया कि उसकी अपकमिंग iPhone 15 सीरीज के स्मार्टफोन में यूएसबी टाइप सी चार्जिंग सपोर्ट दिया जाएगा।
ऐपल ने कर दिया खेल
हालांकि अब ऐसी रिपोर्ट हैं कि ऐपल USB टाइप सी पोर्ट के साथ MFI सर्टिफाइड केबल सपोर्ट ऑफर करेगी। सवाल उठता है कि MFI सर्टिफाइड केबल क्या बला है? तो बता दें कि इसमें ऐपल की तरफ से USB टाइप सी चार्जिंग पोर्ट दिया जा रहा है। लेकिन यूजर्स एंड्रॉइड स्मार्टफोन के USB टाइप सी चार्जिंग केबल से Apple iphone 15 सीरीज के स्मार्टफोन को नहीं चार्ज कर पाएंगे। मतलब Apple iPhone 15 के साथ USB टाइप सी चार्जिंग केबल दिया जाएगा। इसके लिए चार्जिंग केबल को भी iPhone 15 के साथ खरीदना पड़ेगा।
ऐपल यूजर्स को नहीं होगा फायदा
बता दें कि अभी तक यही माना जा रहा था कि अगर iPhone 15 के साथ यूएसबी टाइप सी चार्जिंग केबल दी जाती है, तो चार्जिंग केबल अलग से नहीं लेना होगा। ऐसे में iPhone यूजर्स को सुविधा हो जाती। साथ ही अलग से चार्जिंग केबल के लिए पैसे नहीं खर्च करने पड़ते। इसके अलावा सरकार का मानना था कि कॉमन चार्जर होने से पर्यावरण को फायदा होगा। दरअसल ऐपल ने जब iPhone के साथ चार्जर नहीं देने का ऐलान किया था, तो उसका कहना था कि ऐसा कदम पर्यावरण को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। हालांकि अब iPhone के लिए अलग से चार्जर देने का नियम iPhone के वादों की पोल खोल रहा है।