नौकरशाही में टूट रही है ‘मर्यादा’, DG होमागार्ड और IG विकास वैभव के बीच कैसे शुरू हुआ विवाद?

 बिहार

बिहार में अफसरों के बीच रिश्तों में बढ़ रही खटास सरकार की परेशानी का सबब बन रही है। अभी केके पाठक और बिहार प्रशासनिक सेवा अधिकारियों के बीच छिड़ा विवाद ठंडा भी नहीं हुआ कि डीजी शोभा अहोतकर व आईजी स्तर के अधिकारी विकास वैभव के बीच संवाद में मर्यादा टूटने का विवाद गहरा गया है। डीजी की भाषा से अपनी व्यथा को ट्वीट कर सार्वजनिक करने के मामले में विकास वैभव खुद कटघरे में खड़े हो गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बाबत पूछे जाने पर साफ कहा कि किसी से कोई शिकायत हो तो अपने से बड़े अधिकारी के पास जाना चाहिए न की ट्वीट कर उसे सार्वजनिक करना चाहिए। यह कानूनन गलत है। बहरहाल अफसरों के इस तू-तू मैं-मैं से विपक्ष को बैठे-बिठाये मुद्दा मिल रहा है और सरकार के सामने समस्या खड़ी हो रही है।

क्या है मामला
दरअसल गुरुवार के तड़के विकास वैभव ने ट्वीट कर डीजी मैडम ( शोभा अहोतकर) की गाली देने की आदत से खुद को व्यथित बताया। उन्होंने गाली देने का आडियो भी होने का दावा किया। व्यथा में उन्होंने 60 दिनों की छुट्टी का आवेदन भी कर दिया। हालांकि शाम को डीजी अहोतकर ने उनकी छुट्टी के आवेदन को अस्वीकृत कर गृह विभाग को भेज दिया। इतना ही नहीं उनसे स्पष्टीकरण भी पूछ दिया और 24 घंटे के अंदर इसका जवाब देने को कहा। उनसे पूछा गया है कि अपने वरीय अधिकारी पर बेबुनियाद आरोप लगाकर उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है। साथ ही वायरल मैसेज की रिकॉर्डिंग किए जाने की बात को पब्लिक डोमेन में लाया गया है। यह ‘ऑफिस सिक्रेट्स एक्ट’ के प्रावधानों का भी उल्लंघन है। इसके बाद फिर विकास वैभव ने बिना किसी का नाम लिए शुक्रवार को एक श्लोक ट्वीट किया। हिन्दी में इसका अर्थ भी समझाया-कभी-कभी सर्प से मित्रता हो सकती है, लेकिन दुष्ट से कभी नहीं।

अधिकारी का काम ट्वीट करना नहीं सीएम

इधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस प्रकरण में सख्त लहजे में प्रतिक्रिया दी।  सीनियर आईपीएस अधिकारी विकास वैभव के द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाने के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि यह सब फालतू बात है। अधिकारी का काम ट्वीट करना नहीं है, ये सबसे गंदी चीज है। अगर किसी को कोई समस्या है तो अपने विभाग या अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अपनी समस्या बतानी चाहिए। सीएम ने कहा कि इस मामले पर पूरी रिपोर्ट मांगी गई है।

 

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