जगदलपुर
संसदीय सचिव और जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन ने कहा कि आदिवासी आरक्षण पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी.नड्डा की चुप्पी बस्तरियों को चुभ रही है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी.नड्डा के बस्तर आगमन पर यहां के लाखों परिवारों में यह आस जगी थी कि वे आरक्षण पर भाजपा का पक्ष रखने के साथ उन लाखों परिवारों की चिंता कर कोई राहत दिलाने की घोषणा करेंगे, लेकिन वे महज भाषण ठोंककर चले गए। उनकी सभा में मौजूद भाजपा के वे हजारों कार्यकर्ता भी दुखी व मायूस हुए जो नौकरी व रोजगार के माध्यम से अपने बच्चों का भविष्य संवरने का सपना लेकर पहुंचे थे।
मीडिया को जारी बयान में श्री जैन ने कहा है कि बस्तर की जागरूक जनता को अब भाजपा नहीं बरगला सकती है। छत्तीसगढ़ राज्य विधानसभा ने नवंबर 2022 को सर्वसम्मति से राज्य में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़े वर्गों तथा आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग का आरक्षण तय किया था। राज्य के आदिवासी समुदाय का बड़ा हिस्सा बस्तर में निवासरत है। बस्तर संभाग में औसतन 75 प्रतिशत जनसंख्या आदिवासी समुदाय की है। बस्तर की पहचान देश के प्रमुख जनजातीय क्षेत्र के रूप में है। ऐसे में यहां के मूलनिवासी आदिवासी समुदाय के लोग यह आश्वस्त थे कि श्री नड्डा अपने सम्बोधन में इस बात का उल्लेख करेंगे और राज्यपाल को आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर करवाने के लिये कोई ठोस घोषणा मंच से करेंगे लेकिन श्री नड्डा महज इधर उधर की बात कर चले गए। इससे सभा में आये हजारों अजजा समुदाय के लोग निराश हुए, श्री जैन ने कहा है कि राज्यपाल के हस्ताक्षर न करने से छत्तीसगढ़ सहित बस्तर में रोस्टर प्रणाली प्रभावित हो रही है। रोजगार के साथ दाखिले पर पडने वाले असर का प्रभाव आगामी दिनों में नजर आयेगा। भाजपा की चुप्पी आरक्षित वर्गो पर भारी पड़ रही है।
जैन ने कहा है कि श्री नड्डा अपने भाषण में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का बखान करते रहे जबकि चार साल पहले बस्तर की जनता ने उन्हें, उनके कुशासन और उनके प्रतिनिधियों को रिजेक्ट कर दिया था। श्री नड्डा को जनता को यह भी बताना चाहिए कि क्या आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा डॉ. रमन सिंह को अपना मुख्यमंत्री का चेहरा मानती है। बस्तर लोकसभा सीट पर जनता ने कांग्रेस को आशीर्वाद दिया था। यहां के जागरूक मतदाता लोकसभा व विधानसभा के चुनाव में श्री मोदी व डॉ. रमन को आइना दिखा चुके है। महंगाई, बेरोजगारी आदि पर भाजपा के बोल की पोल खुल चुकी है, जनता श्री नड्डा के झांसा में नहीं आने वाली है।