रायपुर 15 नवंबर 2019। ...लोक गायिका जयंती यादव की सुरीली आवाज ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पत्नी मुक्तेश्वरी बघेल का दिल जीत लिया। आर्थिक तंगी की वजह से गुमनामी में खोती जा रही जयंती की बदहाली की खबर जैसे ही मुक्तेश्वरी बघेल को लगी, उन्होंने उन्हें सीएम हाउस में आमंत्रित किया। इस दौरान जब जयंती यादव ने बिना वाद्य़ यंत्रों के ही तान छेड़ी तो लोग आत्ममुग्ध हो गये।
लोकगीत के दौरान ही जब जयंती यादव ने स्वर्गीय नरेंद्रदेव वर्मा की गीत अरपा पैरी के धार….गाया तो मुक्तेश्वरी बघेल भाव विभोर हो गयी। स्वर्गीय नरेंद्र देव वर्मा मुक्तेश्वरी बघेल के पिता थे, जिनके लिखे गीत को हाल ही में छत्तीसगढ़ में राजगीत का दर्जा दिया गया। गीत के मर्म को सुनते-सुनते मुक्तेश्वरी बघेल की आंखे छलक उठी।
इस दौरान जब लोकगायिका जयंती यादव ने अपनी गरीबी और आर्थिक तंगी का जिक्र किया तो मुख्यमंत्री की पत्नी ने तुरंत ही उन्हें 1 लाख रुपये नकद की आर्थिक मदद की। ये रुपये मुक्तेश्वरी बघेल ने अपने जरूरत के पैसों में कुछ बचाकर रखे थे, उन्होंने उन पैसों को लोक गायिका की मदद में दे दिया।