महासमुंद। जिले के पिथौरा में भूमाफिया सक्रिय हैं। गरीब आदिवासियों की जमीन हड़पने के एक मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि सूदखोरी का कारोबार करने और गरीबों की जमीन हड़पने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती से कार्रवाई कर रही है। ताजा घटनाक्रम में मानसिंग बरिहा ने स्र्पये की आवश्यकता होने पर पिथौरा निवासी आनंद राम अग्रवाल से एक लाख 90 हजार स्र्पये तीन प्रतिशत मासिक ब्याज पर कर्ज लिया था। इसके एवज में जमीन की ऋण पुस्तिका को आनंद राम अग्रवाल ने बंधक बना रखा था। इस बीच मानसिंग का वर्ष 2014 में देहांत हो गया। कृषि कार्य और फौती कटवाने लिए उसके बेटे टेकलाल बरिहा को जब ऋण पुस्तिका की जरूरत पड़ी तो उसने आनंद राम अग्रवाल से सम्पर्क किया और ऋण पुस्तिका वापस करने का आग्रह किया। इस पर ग्रवाल ने तुम्हारे पिताजी वापस ले गए हैं, कहकर चलता कर दिया। इसके साथ ही उसके 12 एकड़ जमीन को खरीद लेने का दावा किया।
उसने फर्जी तरीके से तेजराम दीवान निवासी सराईपाली (तेंदूकोना) के नाम से रजिस्ट्री करवा लिया। इस तरह आनंद राम अग्रवाल ने मानसिंग बरिहा को गुमराह करके ब्याज में पैसा देने के नाम पर 12 एकड़ जमीन को तेजराम दीवान के नाम पर खरीदी कर आदिवासी की जमीन रजिस्ट्री करवाकर धोखाधड़ी किया है। किसान के पूछने पर कि उनके पिताजी ने जमीन बेची नहीं और वह आदिवासी की जमीन है तो रजिस्ट्री कैसे करा सकते हैं?
इस पर आनंद ने कहा कि अपने कर्मचारी तेजराम दीवान पिता नारायण दीवान ग्राम सराईपाली थाना तेन्दूकोना के नाम पर रजिस्ट्री करा लिया है। तेजराम दीवान, आनंदराम अग्रवाल के फैंसी स्टोर्स में तब काम करता था। पैतृक संपत्ति से बेदखली के लिए धमकाए जाने पर उसने इसकी शिकायत की।
इसी तरह पिथौरा के आस पास गांव टेका, मुढीपार, मेमरा, खपराखोल के अन्य गरीब भोले भाले आदिवासी किसानों की जमीन भी गिरवी रखने के नाम पर आनंदराम अग्रवाल ने स्र्पये देकर जमीन की रजिस्ट्री अपने परिचित और विश्वसनीय आदिवासी व्यक्ति तेजराम दीवान ग्राम सराईपाली थाना तेन्दूकोना, भावसिंग दीवान ग्राम जामपाली थाना पिथौरा के साथ षड्यंत्र रचकर करा लिया है।
इस पर आनंद ने कहा कि अपने कर्मचारी तेजराम दीवान पिता नारायण दीवान ग्राम सराईपाली थाना तेन्दूकोना के नाम पर रजिस्ट्री करा लिया है। तेजराम दीवान, आनंदराम अग्रवाल के फैंसी स्टोर्स में तब काम करता था। पैतृक संपत्ति से बेदखली के लिए धमकाए जाने पर उसने इसकी शिकायत की।
इसी तरह पिथौरा के आस पास गांव टेका, मुढीपार, मेमरा, खपराखोल के अन्य गरीब भोले भाले आदिवासी किसानों की जमीन भी गिरवी रखने के नाम पर आनंदराम अग्रवाल ने स्र्पये देकर जमीन की रजिस्ट्री अपने परिचित और विश्वसनीय आदिवासी व्यक्ति तेजराम दीवान ग्राम सराईपाली थाना तेन्दूकोना, भावसिंग दीवान ग्राम जामपाली थाना पिथौरा के साथ षड्यंत्र रचकर करा लिया है।