जड़ी-बूटियों से अपनी किडनी को रखें हेल्दी

हमारे शरीर की किडनी एक फ़िल्टरिंग तंत्र के रूप में काम करती है। बिना किडनी के किसी भी व्यक्ति की लाइफ ज्यादा दिन तक चलनी मुश्किल हो सकती है। यूरिन भी किडनी द्वारा ही निर्मित होता है जो खून से गंदी चीजों को छान कर अलग करने में मददकरता है। इतना ही नहीं हमारे शरीर के खून में कई केमिकल किडनी द्वारा ही नियंत्रित होते हैं। आपकी किडनी ब्लाड प्रेशर को कंट्रोल रखने में भी मदद करती है। इसलिए हम सभी को अपनी किडनी की अच्छी देखभाल करना जरूरी होता है।

लेकिन हम अपनी किडनी को हेल्दी कैसे रख सकते हैं जाने उन जड़ी-बूटियों के बारे में जो किडनी के स्वास्थ्य की रक्षा करने में सहायक हो सकती हैं। उन्होने अपने पोस्ट के कैप्शन में लिखा, "मसालों और जड़ी-बूटियों का लंबे समय से स्वाद, सुगंध और खाने के आकर्षण को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। अब इस बात के प्रमाण हैं कि ये रसोई के स्टेपल न केवल हमारे स्वाद को बेहतर बनाते हैं, बल्कि ये हमारे स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।"

गिलोय
गिलोय एफ्लाटॉक्सिन के कारण किडनी में होने वाले जहर से किडनी को सुरक्षित रखने में मदद करती है। ऐसा गिलोय में मौजूद एल्कलॉइड्स की मौजूदगी के कारण संभव हो सकता है। गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो एफ्लाटॉक्सिकोसिस के दौरान उत्पन्न मुक्त कणों को नष्ट कर देते हैं जिससे किडनी को किसी तरह का नुकसान होने से रोका जा सकता है।

हल्दी
हल्दी से प्लाज्मा प्रोटीन में सुधार होता है और T2DM रोगियों में सीरम यूरिया और क्रिएटिनिन के स्तर में कमी आती है। यह किडनी के कार्य में सुधार के लिए काफी उपयोगी माना जाता है।

अदरक
अदरक हम सभी अपनी सब्जी और चाय में शामिल करके इसका सेवन करते हैं। लेकिन इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव संक्रमण के कारण किडनी में होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है।

त्रिफला
जड़ी-बूटियों की अद्भुत तिकड़ी, अमलकी, हरीतकी और बिभीतकी प्रकृति का चमत्कारिक उपाय है, यह किडनी के टीशू को मजबूत बनाने में मदद करती है। प्लाज्मा प्रोटीन, एल्ब्यूमिन, क्रिएटिनिन में सुधार करती है और किडनी की कार्यप्रणाली बेहतर बनाए रखती है।

सिंहपर्णी जड़
इसके मूत्रवर्धक गुण किडनी को फ्लश करने में मदद करते हैं और यूरिनरी सिस्टम को मजबूत बनाए रखने का काम करते हैं।

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