मध्‍यप्रदेश और ओडिशा का धान छत्तीसगढ़ में खपाने की कोशिश ज्यादा

रायपुर। छत्तीसगढ़ में मध्यप्रदेश और ओडिशा का धान खपाने की ज्यादा कोशिश हो रही है। इन दो राज्यों के अलावा महाराष्ट्र और झारखंड से भी अवैध परिवहन कर धान यहां लाया जा रहा है। सरकार, जिला प्रशासन और पुलिस छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जिलों को चेकपोस्ट बनाकर सील करने का दावा कर रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी दूसरे राज्यों का धान प्रदेश के बीच के जिलों तक पहुंच चुका है।

अब तक अवैध परिवहन और गोदामों व अन्य जगहों पर स्टोर कर रखे गए धान पर हुई कार्रवाई के आंकड़े यही बता रहे हैं। 26 जिलों में धान के 590 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। इसमें सबसे ज्यादा प्रकरण रायगढ़ जिले में 59 हैं, लेकिन धान की जब्ती के मामले में कबीराम आगे है। कबीराम में आठ हजार क्विंटल से ज्यादा धान जब्त किया गया है। अब तक 47 हजार क्विंटल से ज्यादा धान जब्त किया जा चुका है।

मध्यप्रदेश से लगे छत्तीसगढ़ के पांच सीमावर्ती जिले बिलासपुर, कबीराम, राजनांदगांव, कोरिया और सूरजपुर में धान लाते लोग पकड़े गए हैं। ओडिशा से लगे पांच सीमावर्ती जिले सुकमा, रायगढ़, गरियाबंद, महासमुंद और जशपुर में भी धान की अवै आवक के मामले सामने आए हैं। प्रदेश के अधिकारियों का कहना है कि महाराष्ट्र से कांकेर, नारायणपुर, राजनांदगांव और झारखंड से बलरामपुर, जशपुर जिले के रास्ते धान छत्तीसगढ़ में लाकर बेचने की कोशिश हो रही है।

पड़ोसी राज्यों से धान लाकर भीतर के जिलों में पहले से लाकर डम्प किया जा चुका है, सरकार के लिए यह चिंता का विषय है। इस कारण प्रदेश के भीतर या बीच के जिलों में भी छापामार कार्रवाई की जा रही है। जैसे कि जांजगीर-चांपा, कोरबा, बालोद, सरगुजा में भी बड़े पैमाने पर धान की जब्ती हुई है। केवल कोंडागांव को छोड़कर बीच के सभी जिलों से बाहर का धान मिला है, भले ही मात्रा कम-ज्यादा है।

क्यों छत्तीसगढ़ में खपाने की कोशिश?

देश के सभी राज्यों की तुलना में केवल छत्तीसगढ़ सरकार सबसे ज्यादा मूल्य पर किसानों से धान की खरीद करेगी। 25 सौ स्र्पये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदा जाएगा। यही वजह है कि पड़ोसी राज्य के किसान कोचियों के माध्यम से अपना धान छत्तीसगढ़ में बेचना चाह रहे हैं।

एक एफआईआर, बाकी में मंडी एक्ट की कार्रवाई

धान के केवल एक प्रकरण में एफआईआर कराई गई है, जो कि नारायणपुर का मामला है। आधा दर्जन से अकि जिलों में मंडी अधिनियम के तहत कार्रवाई हुई है। बिचौलियों ने बारदाना तक अवैध तरीके से रखा हुआ है। जशपुर जिले से चार गठान बारदाना जब्त किया गया है।

अवैध परिवहन करते 119 वाहन जब्त

धान का अवै परिवहन करते 119 वाहनों को जब्त किया गया है। रायगढ़ जिले में सबसे ज्यादा 17 वाहनों की जब्ती हुई है। बिलासपुर जिले में 16, कबीरधाम में 11, बलौदाबाजार में 10 और बलरामपुर में नौ वाहनों को जब्ती की कार्रवाई की गई है।

अवैध आता है पांच लाख मीट्रिक टन धान

मुख्य सचिव मंडल ने पुलिस महानिदेशक, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, संभाग आयुक्तों, कलेक्टरों, एसपी, वनमंडलाधिकारियों और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को धान की अवैध खरीद और परिवहन से जुड़े बिचौलियों व अन्य लोगों को चिन्‍हांकित कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। मंडल ने कहा है कि पांच लाख मीट्रिक टन अवैध रूप से आता है, उसे जब्त किया जाए।

धान की ज्यादा मात्रा में जब्ती

जिला-जब्ती (क्विंटल में)

कबीरधाम-8033

महासमुंद-4815

राजनांदगांव-4338

रायगढ़-3597

सरगुजा-2291

जांजगीर चांपा-2285

बलरामपुर-2086

जशपुर-1979

कोरबा-1882

नारायणपुर-1762

बिलासपुर-1667

बालोद-1597

कांकेर-1499

सूरजपुर-1339

गरियाबंद-1285

कोरिया-1222

सुकमा-1047

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