भोपाल
महंगाई की मार झेल रही आम जनता को कलेक्टर गाइडलाइन में राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। इस बार शहर की करीब 4000 लोकेशन में से सिर्फ 100 लोकेशन पर ही 5 से 10 फीसदी जमीनों के दाम बढ़ने की संभावना है। इसके पीछे अफसरों ने अधिक दरों पर रजिस्ट्री होने का हवाला दिया है। इस प्रस्ताव को बुधवार को दोपहर में उप जिला मूल्यांकन समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। वहीं, शाम को जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में इस पर चर्चा कर अंतिम रूप दिया जाएगा। बैठक के बाद गाइडलाइन को आॅनलाइन कर दावा-आपत्ति ली जाएंगी।
दरअसल, कलेक्टर गाइडलाइन में जमीनों के रेट बढ़ाने को लेकर पिछले कई दिनों से मंथन का दौर चल रहा था। राजस्व को ध्यान में रखते हुए चार बार पंजीयन मुख्यालय से हुए रिव्यू के बाद वर्ष 2023-24 की नई कलेक्टर गाइडलाइन का प्रस्ताव फाइनल किया गया है। इसमें पंजीयन अफसरों ने रेट बढ़ाना प्रस्तावित कर ही दिया। जिले की 100 से ज्यादा लोकेशन इसमें शामिल की गई हैं। ज्यादातर पर 5 से 10 फीसदी और डेढ़ दर्जन लोकेशनों पर बीस फीसदी की बढ़त प्रस्तावित की गई है।
इन क्षेत्रों में प्रस्तावित की जा रही बढ़त
इस वर्ष शहर की कुछ प्राइम लोकेशनों को बढ़त में शामिल किया गया है। इसके अलावा नव विकसित क्षेत्र बैरागढ़ कलां से खजूरी और लांबाखेड़ा से बैरसिया रोड की तरफ हो रहे डेवलपमेंट, औद्योगिक विकास और अधिक रजिस्ट्रियों को आधार बनाकर 10 फीसदी तक वृद्धि प्रस्तावित की गई है। करोंद, जाटखेड़ी, समरधा, अयोध्या बायपास व अन्य जगहों की कुछ लोकेशनों पर दस से बीस फीसदी की बढ़त प्रस्तावित की है। फरवरी माह में हुई पहली बैठक के बाद अब तक चार प्रस्ताव में बदलाव किया जा चुका है।