यूपी
यूपी में मार्च में ही दिन का पारा 33 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जो सामान्य से 2.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है। तीन मार्च के बाद मंगलवार को सीजन का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया। रात का पारा 16.4 डिग्री सेल्सियस रहा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने 16 से 18 मार्च तक यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान आंधी, पानी और ओलावृष्टि की संभावना है। साथ ही अप्रैल से मई तक लू का अलर्ट भी जारी किया गया है। इस साल गर्मी जल्दी औ गई है। ऐसे में अप्रैल में भी लू का प्रकोप रहेगा और मई में भी ये झेलना पड़ेगा।
मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है। उत्तर पश्चिमी हवाओं के बीच तापमान में वृद्धि शुरू हो गई है। वैसे अधिकतम और न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। दिन के तापमान में अगले 48 घंटों में दिन का पारा घटेगा लेकिन रात का तापमान बढ़ेगा। मौसम में बदलाव की वजह पश्चिमी विक्षोभ है लेकिन इसकी टर्फ लाइन मध्य पाकिस्तान पर है। वहीं,रात का तापमान अभी और बढ़ेगा।
पश्चिमी विक्षोभ से तीन दिन मौसम रहेगा सुहावना
कई इलाकों में मार्च के आने वाले तीन दिन बहुत ही सुहावने हो सकते हैं, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिल सकता है। पश्चिमी विक्षोभ का असर वेस्ट यूपी में ज्यादा हो सकता है, जबकि मध्य यूपी में कम असर होगा। इस कारण वेस्ट यूपी में ठीकठाक बारिश होने की संभावना है, जबकि बकई जिलों में 18 मार्च को बूंदाबांदी देखने को मिल सकती है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डा. मनमोहन सिंह के अनुसार कई जिलों में 17 मार्च से लेकर 19 मार्च तक बादल छाए रहने की संभावना है। 18 मार्च को 1.5 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है, यह बारिश बूंदाबांदी के रूप में होने की संभावना है। इस बूंदाबांदी का कोई खास असर गेहूं या अन्य फसलों पर नहीं होगा, अगर बारिश पांच मिलीमीटर या उससे अधिक होगी तो गेहूं और सरसों को बड़ा नुकसान होगा, लेकिन जिन किसानों ने देर से गेहूं बोया होगा, उन्हें फायदा भी मिलेगा। हालांकि कई इलाकों में ओलावृष्टि की भी संभावना है जिससे किसानों को नुकसान हो सकता है। डा. मनमोहन सिंह के अनुसार, मार्च की 24 और 27 तारीख को अधिकतम तापमान 40 डिग्री को पार कर सकता है।