रायपुर। अब नसबंदी कराने में पुरुष भी आगे आने लगे हैं। इस साल कांकेर अव्वल रहा तो रायपुर दूसरे स्थान पर। विभागीय आकड़ों के मुताबिक इस साल जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े के दौरान 1777 पुरुषों ने नसबंदी कराई, जो पिछले साल की तुलना में दोगुना से अधिक है। पिछले साल सिर्फ 768 पुरुषों ने परिवार नियोजन अपनाया था। सबसे ज्यादा 344 पुरुषों ने कांकेर में और 724 महिलाओं ने रायपुर में नसबंदी कराई है। कांकेर में पिछले दो वर्षों से सबसे अधिक पुरुषों ने नसबंदी करवाई है। हालांकि पुरुषों की तुलना में नसबंदी अपनाने वाली महिलाओं का आंकड़ा अब भी ज्यादा है। इस वर्ष 2019-20 में जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़े में 4,751 महिलाओं ने नसबंदी करवाई, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 2518 था। परिवार कल्याण संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ संचालक डॉ. नीरज बंसोड़ ने बताया कि राज्य में इस वर्ष पुरुष नसबंदी सबसे अधिक कांकेर जिले में और सबसे कम बेमेतरा व जांजगीर-चांपा जिले में कराई गई।
पुरुष नसबंदी में बेमेतरा और जांजगीर-चांपा जीरो
जिलेवार पुरुष नसबंदी वर्ष 2019-20 के अनुसार कांकेर में 344, रायपुर में 161, कोरबा में 186, बीजापुर में 163, कोंडागांव में 143, बलौदाबाजार में 105, राजनांदगांव में 97, सुकमा में 79, बस्तर में 72, धमतरी में 69, कबीरधाम में 53, सरगुजा में 50, नारायणपुर में 49, बालोद में 49, महासमुंद में 43, मुंगेली में 42, दुर्ग में 19, जशपुर में 16, रायगढ़ में 8, दंतेवाड़ा में 7, गरियाबंद में 7, बलरामपुर में 6, सूरजपुर में 6, बिलासपुर में 2, कोरिया में 1, बेमेतरा और जांजगीर-चांपा में पुरुष नसबंदी जीरो है।
गत वर्ष 2018-19 में जिलेवार पुरुष नसबंदी में कांकेर में 198, कोंडांगांव में 157, रायपुर में 62, सरगुजा में 61, दंतेवाड़ा में 50, कोरबा में 49, बालोद में 42, धमतरी में 41, महासमुंद में 28, बस्तर में 21, नारायणपुर में 17, बलौदाबाजार में 12, मुंगेली में 9, कबीरधाम में 8, राजनांदगांव में 8, बलरामपुर में 2, बेमेतरा, दुर्ग, और जशपुर में एक-एक पुरुष ने नसबंदी कराई थी। बीजापुर, बिलासपुर, गरियाबंद, जांजगीर-चांपा, कोरिया, रायगढ़, सुकमा और सूरजपुर में किसी पुरुष ने भी नसबंदी नहीं करवाई थी।
पुरुष की भागीदारी बढ़ाने एनएसवी पखवाड़ा आज से
छत्तीसगढ़ में परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत लैंगिक समानता को ध्यान में रखते हुए पुरुष नसंबदी पखवाड़ा का आयोजन 21 नवंबर से चार दिसंबर तक किया जाएगा। स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर पुरुष नसबंदी पखवाड़ा आयोजित करने का निर्देश दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक व अपर सचिव ने जारी पत्र में कहा है इस वर्ष-2019 का थीम पुरुषों की अब है बारी, परिवार नियोजन में भागीदारी के संकल्प के साथ सभी पीएचसी स्तर में पुरुष नसबंदी शिविर का आयोजन किया जाएगा।