मल्टीमीडिया डेस्क। पिछले कुछ समय में Pegasus और फिर MP4 स्पायवेयर वायरस के हमलों की मार झेलने के बाद WhatsApp को वैसे भी यूजर बेस के मामले में झटका लग चुका है। पिछले महीने व्हाट्सएप के डाउनलोड में आई 80 प्रतिशत तक की कमी के बाद अब उस पर गंभीर आरोप लग गए हैं। व्हाट्सएप की प्रतिद्वंदी मोबाइल मैसेजिंग ऐप कंपनी टेलीग्राम के संस्थापक ने व्हाट्सएप पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका दावा है कि व्हाट्सएप एक जासूस प्रोग्राम का हिस्सा हो सकता है और ऐसे में उसका उपयोग खतरनाक साबित होगा।
खबरों के अनुसार, टेलीग्राम ऐप के संस्थापक पावेल डूरोव ने अपने चैनल पर लिखी एक पोस्ट में बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि व्हाट्सएप एक जासूसी प्रोग्राम का हिस्सा है। उन्होंने लिखा है, ‘WhatsApp केवल आपके मैसेजेस को सुरक्षित करने में असफल नहीं हुआ है, बल्कि इस ऐप का उपयोग लगातार आपकी गैर-व्हाट्सएप फोटोज और मैसेजेस की जासूसी के लिए एक ट्रोजन के रूप में लगातार उपयोग किया जा रहा है।’
डूरोव ने आगे सवाल पूछते हुए खुद ही उसका जवाब भी दिया है। उन्होंने लिखा है, ‘वो ऐसा क्यों करेंगे? दरअसल, फेसबुक द्वारा व्हाट्सएप का अधिग्रहण किए जाने से काफी पहले से यह एक सर्विलांस प्रोग्राम का हिस्सा है। यह सोचना नासमझी होगी कि कंपनी व्हाट्सएप के अधिग्रहण के बाद अपनी पॉलिसीज बदल देगी।’
अपनी 446 शब्दों की पोस्ट में टेलीग्राम के संस्थापक डूरोव ने ना सिर्फ हैकर्स द्वारा करप्ट वीडियो की मदद से फोन का एक्सेस लेने की कमी सामने आने पर फेसबुक द्वारा दी गई प्रतिक्रिया के पीछे तर्क की बात की बल्कि यह भी कहा कि कंपनी ने हैकर्स दारा कमजोरी का फायदा उठाने के लिए एक केस भी रख दिया।
डूरोव ने व्हाट्सएप और टेलीग्राम की तुलना करते हुए दावा किया कि व्हाट्सएप ने जहां पिछले कुछ महीनों में अपनी सभी ऐप्स में कमजोरियों को पेश किया है वहीं यह टेलीग्राम में लॉन्च होने के 6 साल बाद भी व्हाट्सएप जैसी कोई गंभीर सुरक्षा खामी सामने नहीं आई है। उन्होंने अपनी पोस्ट यह कहते पूरी की है कि एक दिन अपने फोटो और मैसेजेस दुनिया के सामने आने तक कूल बने रहने की बजाय यूजर्स को अपने फोन्स से व्हाट्सएप हटा देना चाहिए।