अंबिकापुर। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में किसानों को राहत देने बिचौलियों और जमाखोरों के खिलाफ प्रशासन की जांच-कार्रवाई जारी है। रविवार अवकाश के दिन भी प्रशासनिक टीम ने 39 लाख रुपये से अधिक का 2163 क्विंटल धान जब्त किया। प्रशासनिक टीम द्वारा अब ग्रामीण क्षेत्र के छोटे व्यवसायियों के यहां नहीं बल्कि राइस मिलों में दबिश दी जा रही है। राइस मिलरों द्वारा भी नियम प्रक्रियाओं को ताक में रखकर अवैध तरीके से धान का भंडारण किया जाना पाया जा रहा है। जिला खाद्य अधिकारी रविंद्र सोनी ने बताया कि रविवार को टीम ने बिलासपुर रोड में अमन कोल्ड स्टोरेज में 180 क्विंटल, बीएम फूड में लगभग 199 क्विंटल के अलावा लखनपुर के अग्रोहा राइस मिल से 1650 क्विंटल तथा जय भवानी राइस मिल से 118 क्विंटल धान जब्त किया।
उधर बेमेतरा कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी, पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर ने रविवार को मुख्यमंत्री के बेरला प्रवास के बाद लौटते हुए सरदा के दाउ पूरनलाल पेट्रोल पंप के पास एक वाहन का औचक निरीक्षण किया। जिसमें धान से भरी एक मेटाडोर को पकड़ा। जिसमें 65 क्विंटल धान भरा हुआ था। वाहन को धान समेत जब्त कर खाद्य एवं पुलिस विभाग की टीम को सौंपा गया।
इन सभी के पास धान भंडारण के लिए कोई वैध दस्तावेज नहीं था। जांच-कार्रवाई के दौरान महेशपुर निवासी कलेश्वर पैकरा को भी ट्रेक्टर से 16 क्विंटल धान का अवैध परिवहन करते हुए पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि सभी के खिलाफ मंडी एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि समर्थन मूल्य के दर के आधार पर जब्त धान की कीमत 39 लाख 25 हजार 845 रुपये है। सरगुजा, सूरजपुर व बलरामपुर जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी व कस्टम मिलिंग में गड़बड़ी पूर्व के वर्षों में सामने आ चुकी है।
कस्टम मिलिंग में गड़बड़ी के लिए कई राइस मिल बदनाम हैं। आरोप है कि कुछ राइस मिलरों द्वारा कस्टम मिलिंग से पहले ही भारी मात्रा में निम्न क्वालिटी का धान भंडारित कर रख लिया जाता है, जब कस्टम मिलिंग की बारी आती है तो कमाई की मंशा से पुराने व स्तरहीन धान की मिलिंग कराकर सांठगांठ पश्चात शासन के गोदामों में खपा दिया जाता है। इस साल राइस मिलों में छापेमारी की यह पहली बड़ी कार्रवाई है। आने वाले दिनों में ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी।