बिलासपुर। बिल्हा ब्लॉक के ग्राम सेमरा और सिंगरी में एक साथ एचआइवी (ह्यूमन इम्युनो डेफिशिएंसी वायरस) के 37 मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। अब जांच किट भेजकर अन्य लोगों का सैंपल लिया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक लगातार पीड़ितों की संख्या बढ़ती जा रही है। मामले को देखते हुए पीड़ितों के उपचार की व्यवस्था की जा रही है। रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एचआइवी जांच की सुविधा शुरू कर दी गई है। वहां पर सैंपल भेजकर एचआइवी टेस्ट किया जाता है। इस सुविधा को शुरू हुए कुछ ही दिन हुए हैं। ऐसे में जिलेभर से सैंपल रतनपुर भेजे जा रहे हैं। उसकी जांच रिपोर्ट भी सामने आ रही है। लेकिन, इस दौरान बिल्हा के ग्राम सेमरा और सिंगरी से भेजे गए सैंपल की जांच में टीम ने बताया कि इन दोनों गांव के 37 लोग एचआइवी से ग्रसित हैं।
यह जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। तत्काल गांव के सभी लोगों की एचआइवी जांच के लिए बिल्हा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच किट उपलब्ध कराया गया है। वहीं अब जांच किट के माध्यम से दोनों गांव के सभी लोगों का सैंपल लेकर रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा जा रहा है। वहीं आशंका है कि इस जांच रिपोर्ट से दोनों गांव में एचआइवी पीड़ितों की संख्या बढ़ेगी।
विभाग को यह समझ नहीं आ रहा है कि एक साथ इन दोनों छोटे गांवों में इतने एचआइवी पीड़ित मरीज कहां से आ गए। अधिकारी मरीजों के उपचार की व्यवस्था करने के साथ ही एचआइवी से ग्रसित होने की कारण भी खोज रहे हैं। इसके बाद नियंत्रण का काम शुरू किया जाएगा। हालांकि मिले मरीजों की संख्या से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
क्या है एचआइवी
ह्यूमन इम्युनो डेफिशिएंसी वायरस (एचआइवी) एक लेटिवायरस (रेट्रोवायरस परिवार का सदस्य) है। यह एड्स (अक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी सिंड्रोम) का कारण बनता है। यह मनुष्य में एक अवस्था है। इसमें प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर पड़ने लगता है। एचआइवी का संक्रमण रक्त के अंतरण, वीर्य, योनिक द्रव, स्खलन पूर्व द्रव या मां के दूध से हो सकता है। इसके फैलने के चार प्रमुख मार्ग असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमणित सुई, मां का दूध के साथ किसी संक्रमणित मां का बच्चा होने से वह भी एचआइवी ग्रसित पैदा होता है।
बिल्हा ब्लॉक में 137 एचआइवी पीड़ित
सैंपल रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि सेमरा व सेंगरी के 37 को मिलाकर पूरे बिल्हा ब्लॉक में 137 लोग एचआइवी से पीड़ित मिले हैं। अन्य ब्लॉक की जानकारी भी कुछ दिन बाद आ जाएगी। यदि हर ब्लाक में औसतन इतने ही पीड़ित मिले तो एचआइवी नियंत्रण के ठोस कदम उठाने के लिए जिला प्रशासन को तैयार होना पड़ेगा।
इस वजह से ग्रसित होने की आशंका
दोनों में गांव में 37 एचआइवी पीड़ित मिलने की जानकारी होते ही विभाग इसका वास्तविक कारण जानने की कोशिश कर रहा है। अधिकारी सक्रिय हैं और उनका पूरा ध्यान क्षेत्र के युवाओं पर है। यह जांच की जा रही है कि क्षेत्र के युवा इंजेक्शन से नशा तो नहीं कर रहे हैं। यदि ऐसा है तो इंजेक्शन के माध्यम से अन्य भी पीड़ित होते हैं। इसी तरह क्षेत्र के आसपास रेड लाइट एरिया की भी जानकारी ली जा रही है, क्योंकि रेड लाइट क्षेत्र में एचआइवी से पीड़ित होने की आशंका सबसे अधिक होती है।
मौजूदा स्थिति में सेमरा व सेंगरी गांव के लोगों का सैंपल रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया था। उनमें से 37 मरीज एचआइवी से ग्रसित मिले हैं। अन्य सैंपल भी जांच के लिए भेजा गया है। उसकी रिपोर्ट नहीं आई है। इसकी जानकारी रतनपुर से मिल सकती है। – डॉ. विभा गढ़ेवाल, बीएमओ, बिल्हा
– जानकारी मिली है कि दो गांव के 37 लोग एचआइवी से ग्रसित हैं। वहीं अब इनके उपचार की व्यवस्था की गई है। साथ ही एचआइवी से ग्रसित होने के कारणों का पता लगाया जा रहा है। इसके बाद उस वजह से खत्म किया जाएगा। – डॉ. प्रमोद महाजन, सीएमएचओ