रायपुर। छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के मुद्दे को लेकर विपक्ष भूपेश सरकार को घेरने की फिराक में लगा हुआ। पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने एक टि्वट करते हुए कांग्रेस सरकार पर शायराना अंदाज में तंज कसा और कहा कि कमेटियां गठित करने से जिम्मेदारियां पूरी नहीं होतीं। राज्य की जनता से शराब बंदी का वादा किया गया था और कमेटी बनाकर इसकी खानापूर्ति की गई। अब कांग्रेस सरकार किसानों से किए गए वादे को पूरा करने में भी नाकाम साबित हो रही है। कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में किसानों से उनके धान का समर्थन मूल्य मय बोनस 2500 स्र्पये देने का वादा किया था। स्टैंडर्ड धान का समर्थन मूल्य 1810 स्र्पये प्रति क्विंटल तय किया गया है और अब सरकार पर अपना वादा पूरा करने का दबाव बढ़ रहा है।
सरकार ने धान खरीदी शुरू करने की तिथि भी आगे बढ़ा दी थी और एक दिसंबर से राज्य में धान की खरीदी शुरू होगी। एक तरफ राज्य सरकार राज्य में आर्थिक तंगी की बात कर रही है और दूसरी तरफ यह दावा भी किया जा रहा है कि वे किसानों के साथ किए गए वादे को किसी भी हालत में पूरा करेंगे।
राज्य सरकार ने इसके लिए केंद्र सरकार से मदद की भी अपील की थी। सीएम भूपेश बघेल इस संदर्भ में तीन बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख चुके हैं। सेंट्रल पूल से धान की खरीदी का कोटा बढ़ाने की मांग कर रही राज्य सरकार की इस मांग पर केंद्र ने अभी तक ध्यान नहीं दिया है, इसके साथ ही केंद्र से एक जवाब राज्य सरकार को मिला है, जिसमें यह बात कही गई है कि धान का समर्थन मूल्य और बोनस 2500 स्र्पये प्रति क्विंटल देने पर बाजार में अस्थिरता पैदा होगी।
बहरहाल केंद्र सरकार ने इस मामले में राज्य का साथ देने का संकेत अब तक नहीं दिया है, वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेता सरकार को इस बात पर निशाने पर ले रहे हैं। कहा जा रहा है कि जनता से बड़े वादे कर सत्ता में आई कांग्रेस अब इन वादों को निभाने में नाकामयाब साबित हो रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने मंगलवार को एक टि्वट करते हुए कांग्रेस सरकार पर शायराना अंदाज में तंज कसा। डॉ रमन ने अपने टि्वट में लिखा कि, ‘कमेटी के कंधों पर अपने बोझ कब तक लादोगे, हर मोड़ पर जनता पूछेगी, कि कितनी दूर तलक भागोगे?”