रायपुर। निजी अस्पताल में महिला की मौत के मामले ने तूल पकड़ा हुआ है, मृतक महिला के परिजनों द्वारा अस्पताल में तोड़फोड़ के बाद निजी अस्पतालों के डॉक्टर लामबंद हो गए हैं। जिसके बाद सैकड़ों की संख्या में डॉक्टरों का दल थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराया है। आईएमए ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
वहीं निजी अस्पताल के समर्थन में आईएमए भी उतर गया है, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है उसमें 100 डॉक्टरों ने अपने साइन किया है, जिसके बाद पुलिस ने मृतका के परिजनों को बुलाया है।
बता दें कि महिला की मौत के बाद आक्रोशित लोगों द्वारा अस्पताल में तोड़फोड़ की गई थी, परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर एक्सपायरी डेट का इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया है, बढ़ईपारा की युवती को हल्का सर्दी बुखार के चलते भर्ती कराया गया था। अस्पताल में लंबे समय से इलाज चल रहा था, परिजनों का आरोप है कि इंजेक्शन लगाते ही महिला का शरीर नीला पड़ गया था। थोड़ी देर में महिला की मौत हो गई।
इसके बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया, बाद में मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचा और स्थिति को कंट्रोल किया गया। जिसके बाद विरोध में थाने 200 से अधिक डॉक्टर पहुंचे, वे घटना के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, डॉक्टरों का कहना है कि अगले निर्णय तक वे इलाज बंद रखेंगे, जिसके बाद से इमरजेंसी सर्विसेस भी प्रभावित हो रही हैं।