हेलसिंकी। Worlds Youngest PM : फिनलैंड में 34 साल की सना मरीन नई प्रधानमंत्री बनी हैं। इसके साथ ही उन्होंने इतिहास रच दिया है क्योंकि वह दुनिया की सबसे युवा, सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री बन गई हैं। वह अब करीब 53 लाख की आबादी वाले देश का नेतृत्व करेंगी। साल 2015 में पहली बार संसद सदस्य बनीं सना जून 2019 में सरकार में शामिल हुईं थी। वह परिवहन और संचार मंत्री के रूप में काम कर रही थीं। एक महीने से जारी डाक हड़ताल से निपटने में नाकाम रहे एंटी रिने के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि वह सना मरिन देश इस पद पर काबिज हो सकती हैं।
बताते चलें कि सरकार ने 700 डाक कर्मचारियों के मेहनताने में कटौती की योजना बनाई थी। इस फैसले के विरोध में डाक कर्मचारी बीते एक महीने से हड़ताल पर थे। इस मामले को हल नहीं कर पाने की वजह से रिने ने उन्होंने एक सहयोगी पार्टी का विश्वास खोने के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था। प्रधानमंत्री पद के लिए चुने जाने के बाद मरीन ने कहा कि विश्वास दोबारा कायम करने के लिए हमें बहुत काम करना होगा।
उम्र के बारे में पूछे गए सवाल पर सना ने कहा कि मैंने अपनी उम्र या लिंग के बारे में कभी नहीं सोचा है। मैं मेरे राजनीति में आने के कारणों और उन चीजों के बारे में सोचती हूं, जिनके लिए हमने मतदाताओं का विश्वास जीता है। उन्होंने 2012 में प्रशासनिक विज्ञान में टैम्पियर विश्वविद्यालय से स्नातक किया। 2012 में उन्हें टैम्पियर की नगर परिषद के लिए चुना गया। वह 2013 से 2017 तक सिटी काउंसिल की चेयरपर्सन भी रहीं।
अन्य विश्व नेताओं ने इस उम्र में संभाला पद
बताते चलें कि सना से पहले दुनिया में दूसरे सबसे युवा प्रधानमंत्री का खिताब यूक्रेन के ओलेक्सी होन्चेरुक के नाम था, जो 35 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बने थे। उत्तर कोरिया के तानाशाह भी 35 साल के हैं। न्यूजीलैंड की पीएम जैसिंडा अर्डेन 39 साल की, आयरलैंड के पीएम 40 साल (2017), फ्रांस के राष्ट्रपति 41 साल (2017), एस्टोनेशिया के पीएम 41 साल (2016), डेनमार्क के पीएम ने 42 साल (2019) की उम्र में देश की बागदौड़ संभाली थी।